लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चरण के लिए आज मतदान हो रहा है। हालांकि इस दौरान एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां मतदाताओं की उंगली पर वोट देने से पहले ही स्याही लगा दी गई। आरोप है कि इसके साथ ही उन्हें पैसे भी दिए गए।
मामला उत्तर प्रदेश के चंदौली लोकसभा सीट का है। जहां वोट ना देने के लिए नोट बांटने का मामला सामने आया है। चंदौली लोकसभा के ताराजीवनपुर गांव में दलित बस्ती के लोगों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर वोट न देने के लिए पैसे बांटने का आरोप लगाया है। दलित बस्ती के लोगों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है कि वोट न देने के लिए उनको न सिर्फ पैसे दिए गए बल्कि उनकी उंगलियों पर चुनाव में इस्तेमाल की जानी वाली स्याही भी लगा दी गई ताकि वो वोट न दे सके। लोगों का आरोप है कि मतदाताओं को 500-500 रुपए दिए गए और वोट न देने के लिए कहा गया।
सपा ने किया विरोध
उधर नोट बांट कर वोट न देने का मामला जैसे ही सामने आया तो सकलडीहा विधानसभा के समाजवादी पार्टी के विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डॉ. संजय चौहान सहित दर्जनों की संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता चंदौली जिले के अलीनगर थाने में पहुंच गए और थाने का घेराव करते हुए धरने पर बैठ गए। समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस बात की मांग कर रहे थे कि जिन लोगों ने पैसा देकर मताधिकार के प्रयोग को रोकने की कोशिश की उन पर कार्रवाई की जाए। उधर जिला प्रशासन ने मामले की जांच कर कार्यवाही की बात कही है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
चंदौली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय चुनाव मैदान में हैं। वहीं समाजवादी पार्टी ने डॉ. संजय चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया है।