आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली विधानसभा चुनाव में 48 घंटे तक प्रचार पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है। पार्टी का कहना है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरकारी स्कूलों के बारे में गलतबयानी की है। इसी के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) चुनाव आयोग के पास गई है।
सरकारी स्कूलों के बारे में गलत बयानी
पार्टी ने पत्र में लिखा है कि अमित शाह अपने सासंदों के साथ मिलकर दिल्ली के स्कूली बच्चों, उनके अभिभावकों, शिक्षकों का फर्जी वीडियो डालकर सबका अपमान कर रहे हैं। आप के नेता संजय सिंह का कहना है, “पिछले सालों में, दिल्ली में आप के नेतृत्व वाली सरकार ने दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं, जिसे दुनिया भर में मान्यता मिली है।”
पार्टी का कहना है कि अमित शाह और उनके दिल्ली और बाहर के सांसद यह झूठ बोल रहे हैं कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों की बेहतरी के लिए कुछ नहीं किया। इस दावे पर अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह को दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आने का न्योता दिया था।
सुनियोजित तरीके से षडयंत्र का आरोप
चुनाव आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में पार्टी ने कहा है कि शाह अपने सांसदों के साथ सुनियोजित तरीके से, केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आप के खिलाफ झूठा प्रचार कर रहे हैं और ट्विटर और अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म पर झूठे और मनगढ़ंत वीडियो बना कर फैला रहे हैं। इतना ही नहीं अमित शाह के निर्देश पर भाजपा के मौजूदा सांसद गौतम गंभीर, प्रवेश वर्मा, हंस राज हंस दिल्ली के लोगों के सामने दिल्ली के सरकारी स्कूलों की गलत तस्वीर डाल कर झूठे और मनगढ़ंत वीडियो पेश कर रहे हैं।” पार्टी ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि आयोग अमित शाह और उपरोक्त भाजपा सांसदों और नेता ट्विटर से इन वीडियो को हटाने का निर्देश दे। दिल्ली पुलिस झूठे, मनगढ़ंत और मनगढ़ंत वीडियो पोस्ट करने के लिए इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अमित शाह पर प्रतिबंध लगाए।