भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की आज यानी शुक्रवार को संसद के केंद्रीय कक्ष में बैठक जारी है। इस बैठक में सभी नवनिर्वाचित सांसद मौजूद हैं। बैठक को संबोधित करते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने एनडीए के नेता के तौर पर नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह का काम हुआ है, उसकी तारीफ देश और दुनिया दोनों ही जगह हुई है।
राजनाथ सिंह के प्रस्ताव को सहयोगियों द्वारा मिले अनुमोदन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं आप सबका हृदय से बहुत आभार व्यक्त करता हूं... जो साथी विजयी होकर आए हैं वे सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं...मेरा सौभाग्य है कि एनडीए संसदीय दल के नेता रूप में आप सबने सर्वसम्मिति से चुनकर मुझे एक नया दायित्व दिया है इसके लिए मैं आपका आभारी हूं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि एनडीए को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उनको सेवा करने का मौका दिया है। हमारा ये गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है।"
नरेंद्र मोदी ने कहा, "हम सबके बीच विश्वास का सेतु मजबूत है, ये अटूट रिश्ता विश्वास की मजबूत धरातल पर है और ये सबसे बड़ी पूंजी होता है ये पल मेरे लिए भावुक करने वाले भी हैं आप सबका जितना धन्यवाद करूं उतना कम है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आपने जिस प्रकार से बहुमत देकर सरकार चलाने का सौभाग्य दिया है कि ये हम सबका दायित्व है कि हम सर्वमत निरंतर प्रयास करेंगे और देश को आगे ले जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। NDA को करीब 3 दशक हो गए हैं....ये 3 दशक की यात्रा एक बहुत बड़ी मजबूती का संदेश देती है... हम गर्व से कह सकते हैं कि इस गठबंधन ने 3 टर्म सफलतापूर्वक पार किए हैं और गठबंधन चौथे टर्म में प्रवेश कर रहा है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, " एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है।'
नरेंद्र मोदी ने कहा, "आप किसी भी बालक से पूछिए कि लोकसभा चुनाव के पहले किसकी सरकार थी तो वह कहेगा कि NDA और लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी NDA की सरकार बनी। तो हम हारे कहां से। पहले भी NDA की सरकार थी आज भी NDA की है और कल भी NDA की सरकार रहेगी। 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई। अगर मैं कांग्रेस के 2014, 2019, और 2024 चुनाव को जोड़ों तो इन तीनों चुनावों में जितनी सीटें मिली हैं उससे अधिक हमें इसमें मिला है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, " 4 जून के पहले ये लोग (इंडी गठबंधन) ईवीएम को लगातार गाली दे रहे थे और ये लोग तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास ही उठ जाए। मुझे तो लगता था कि इस बार ये लोग ईवीएम का अर्थी जुलूस निकालेंगे, लेकिन 4 जून को शाम आते-आते उनको ताले लग गए... ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है।"
इससे पहले भाजपा सांसद राजनाथ सिंह ने कहा, "आज हम भाजपा के संसदीय दल के नेता और NDA संसदीय दल के नेता और लोकसभा के नेता के चयन के लिए यहां एकत्रित हुए हैं। मैं समझता हूं कि मोदी जी का नाम इन सारे पदों के लिए सबसे योग्य और उपयुक्त है..."।
राजनाथ के प्रस्ताव का इन सहयोगियों ने किया अनुमोदन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "अभी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा सदन के नेता, भाजपा संसदीय दल के नेता और NDA संसदीय दल के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा है, इसका मैं समर्थन करता हूं...यह प्रस्ताव 140 करोड़ की देश की जनता के मन का प्रतिघोष है..."।
बिहार के मुख्यमंत्री और JDU नेता नीतीश कुमार ने कहा, "हमारी पार्टी JDU, भाजपा संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन देती है। यह बहुत खुशी की बात है कि 10 साल से ये पीएम हैं और फिर पीएम होने जा रहे हैं। इन्होंने पूरे देश की सेवा की है और उम्मीद है कि अगली बार सब पूरा कर देंगे। हम लोग पूरे तौर पर सब दिन इनके साथ रहेंगे। हमें लगता है कि अगली बार जब आएंगे तो कुछ सीट जो ये(विपक्ष) जीत गए हैं अगली बार सब हारेंगे।"
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा, "आज भारत पुनः इतिहास रच रहा है कि तीसरी बार लगातार बहुमत के साथ NDA की सरकार आ रही है...हमने ओडिशा में भी अपनी विचारधारा की सरकार बनाई और वहां भी हमें सफलता मिली...10 साल पहले उदासीन भारत था, 10 साल पहले भारत के बारे में कहा जाता था कि यहां कुछ बदलने वाला नहीं है और आज 10 साल बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में वही भारत आकांक्षी भारत बन गया है।"
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, "पिछले 10 साल में उनके(PM मोदी) नेतृत्व में कार्य करने का सौभाग्य हमें मिला हमारा देश सुखी हो संपन्न हो समृद्ध हो विश्व की महाशक्ति बने और समाज के सर्वांगिन क्षेत्र में उन्नति और विकास हो इसके लिए समर्पित भाव से उन्होंने(पीएम नरेंद्र मोदी) काम किया है... रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जो प्रस्ताव रखा है मैं उसका अनुमोदन करता हूं। "
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा, "हम सभी को बधाई देते हैं, हमने शानदार बहुमत हासिल किया है। मैंने चुनाव प्रचार के दौरान देखा है कि 3 महीने तक पीएम मोदी ने कभी आराम नहीं किया। दिन-रात उन्होंने प्रचार किया। उन्होंने उसी भावना के साथ शुरुआत की और उसी भावना के साथ खत्म किया। आंध्र प्रदेश में हमने 3 जनसभाएं और 1 बड़ी रैली की और इसने आंध्र प्रदेश में चुनाव जीतने में बहुत बड़ा अंतर पैदा किया..."।
एनडीए संसदीय दल की बैठक में JD(S) के निर्वाचित सांसद एचडी कुमारस्वामी ने नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल के नेता के रूप में नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया।
एनडीए संसदीय दल की बैठक में, हम (एस) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया।
LJP (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा जो प्रस्ताव आया है, मैं अपनी पार्टी LJP (रामविलास) की तरफ से NDA संसदीय दल के नेता पद पर नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन करता हूं..."।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, " आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक प्रस्ताव रखा है। उस प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए मैं यहां पर खड़ा हूं। NDA संसदीय दल के नेता पद पर नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन करता हूं।"
जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने कहा, "...मोदी जी आप देश को प्रेरित करते हैं। जब तक आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं, हमारा देश कभी किसी के सामने नहीं झुकेगा..."।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, "रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हम सब के समक्ष एक प्रस्ताव रखा है, मैं अपनी पार्टी अपना दल की ओर से एनडीए संसदीय दल के नेता के पद पर नरेंद्र मोदी के नाम का पूरे दिल से समर्थन करती हूं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी बार शपथ ग्रहण समरोह रविवार को होगा, लेकिन इस बार बीजेपी के लिए सरकार चलाने की राह पिछली बार की तुलना में आसान नहीं हो सकती है। क्योंकि जेडीयू और टीडीपी दो बड़े दल हैं जिनके बिना सरकार नहीं चलाई जा सकती है। ऐसे में भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपने सहयोगियों को खुश रखने की है।
पीएम मोदी की मोदी के राजग संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार जैसे गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और उन्हें समर्थन देने वाले सांसदों की सूची सौंपेंगे।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने गुरुवार को दिन भर विचार-विमर्श किया, क्योंकि पार्टी ने जनता दल (यूनाइटेड) के एक वरिष्ठ नेता की मांग के बीच सरकार गठन के प्रयासों को गति दी है कि उनकी पार्टी को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सम्मानजनक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
जदयू नेता और बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने पटना में पीटीआई से कहा, "मंत्रिमंडल में जगह का मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारी पार्टी के प्रमुख नीतीश कुमार जी द्वारा तय किया जाएगा। लेकिन, यह सम्मानजनक होना चाहिए।" जदयू के एक अन्य नेता ने मांग की कि उनकी पार्टी के लिए तीन मंत्री पद होने चाहिए।
इससे पहले बुधवार को एनडीए में शामिल दलों के नेताओं ने बैठक की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुना। पीएम मोदी ने बाद में कहा कि हमारे मूल्यवान एनडीए सहयोगियों से मुलाकात हुई। एनडीए विकसित भारत के निर्माण की दिशा में काम करेगा।
बुधवार की बैठक में ही सहयोगी दलों को यह बता दिया गया था कि मंत्रिमंडल में बंटवारे को लेकर ऐसा फार्मूला तैयार कर लिया जाएगा जिस पर सहमति होगी। वहीं, शपथ ग्रहण समारोह को लेकर गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर भी लंबी बैठक हुई। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। इस बैठक में तैयारियों के साथ ही चुनावी समीक्षा भी हुई।