राजधानी दिल्ली की हवा की स्थिति अभी भी बिगड़ी हुई है। मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया और राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की मोटी चादर छाई रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 392 दर्ज किया गया, जबकि सोमवार को सुबह नौ बजे यह 281 था।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 7:00 बजे 382 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' स्थिति में है, राजधानी में धुंध छाया हुआ है। इस बीच, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास धुंआ होने के बावजूद ट्रेनों का संचालन जारी रहा। वहीं, दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 26 तो न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
वहीं, दिल्ली के साथ इससे सटे राज्यों पंजाब-हरियाणा में भी ठंड पड़ने लगी है। दोनों ही राज्यों में कोहरे पड़ने की संभावना जताई गई है। 27, 28 और 29 नवंबर को कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। दोनों की राजधानी चंडीगढ़ में भी आगे कोहरे का अलर्ट है। हालांकि, आज मौसम साफ रहेगा। हरियाणा में अधितम तापमान 26-27 डिग्री तो वहीं न्यूनतम तापमान 11-12 डिग्री सेल्सियस रहेगा। पंजाब में आज अधिकतम तापमान 25-26 डिग्री तो न्यूनतम 10-11 डिग्री तक जाएगा।
पिछले सप्ताह के दौरान दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 4-5 दिनों तक गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। एक्यूआई के अनुसार, 0-50 को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब' और 401-500 को 'गंभीर' माना जाता है।
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने सोमवार को सभी स्कूलों को CAQM के आदेशों का पालन करने का निर्देश जारी किया है। CAQM के आदेश के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, और गौतमबुद्ध नगर जिलों में कक्षा 12 तक की पढ़ाई 'हाइब्रिड' मोड में कराई जाएगी। इस आदेश के अनुपालन में दिल्ली सरकार ने सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे छात्रों के लिए कक्षाएं तुरंत प्रभाव से हाइब्रिड मोड में चलाएं। यह निर्णय 25 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लिया गया, जिसमें कोर्ट ने CAQM से GRAP प्रतिबंधों की समीक्षा करने को कहा था। साथ ही यह भी कहा था कि शिक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा था, "कई छात्र मिड-डे मील से वंचित हो रहे हैं, क्योंकि स्कूल और आंगनवाड़ी बंद हैं।" इसके अलावा कोर्ट ने यह भी कहा कि कई छात्रों के पास ऑनलाइन शिक्षा लेने की सुविधाएं नहीं हैं और कई शैक्षिक संस्थानों में ऑनलाइन शिक्षा की सुविधाएं नहीं हैं। कोर्ट ने कहा, "कई छात्रों के घरों में एयर प्यूरीफायर नहीं हैं, इसलिए उनके लिए घर पर बैठने और स्कूल जाने के बीच कोई फर्क नहीं हो सकता।"