विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के नेता अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने के लिहाज से ठोस खाका तैयार करने और आगे की रणनीति एवं साझा कार्यक्रम तय करने के लिए आज शुक्रवार को यहां औपचारिक बैठक करेंगे।
इससे पूर्व बृहस्पतिवार देर शाम इन नेताओं ने रात्रि भोज से पहले अनौपचारिक बैठक की। रात्रिभोज का आयोजन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने किया था।
माना जा रहा है कि इसमें विपक्षी नेताओं ने शुक्रवार को होने वाली औपचारिक बैठक का एजेंडा तय करने समेत कई प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की है। गठबंधन ने बुधवार को विश्वास जताया था कि वह देश में राजनीतिक बदलाव के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा और उसके पास प्रधानमंत्री पद के लिए कई चेहरे हैं, जबकि भाजपा के पास ‘केवल एक चेहरा’ है।
विपक्षी गुट ने दावा किया था कि उसने दो और क्षेत्रीय दलों को शामिल करके अपना विस्तार किया है और इसके घटक दलों की संख्या 28 हो गयी है। गठबंधन में महाराष्ट्र की वामपंथी पार्टी ‘पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया’ (पीडब्ल्यूपी) और एक अन्य क्षेत्रीय पार्टी शामिल हुई है। इस दल का नाम अभी स्पष्ट नहीं किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि उत्तर पूर्व क्षेत्र के तीन दलों-असम जातीय परिषद, राजोर दल और आंचलिक गण मंच-भुइयां ने गठबंधन में शामिल होने की अपील की है और बैठक में गठबंधन के विस्तार पर और इन दलों को शामिल करने पर विचार-विमर्श किया जा सकता है।
विपक्षी गठबंधन की यह तीसरी बैठक है। पहली बैठक जून में पटना में, जबकि दूसरी बैठक जुलाई में बेंगलुरु में हुई थी, जहां इसे ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) नाम दिया गया।
गठबंधन एक समन्यव समिति की घोषणा कर सकता है, जिसमें प्रमुख विपक्षी दलों के 11 सदस्य हो सकते हैं। गठबंधन का एक लोगो भी जारी किया जाएगा।
बैठक के दौरान विपक्षी गठबंधन का न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने, देशभर में आंदोलन करने की संयुक्त योजना बनाने और सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए कुछ उप-समूह बनाने पर भी बातचीत हो सकती है।
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बृहस्पतिवार शाम को कहा कि गठबंधन के नेता शुक्रवार को होने वाली बैठक में सीट-बंटवारे के तौर-तरीकों, समन्वय समिति और साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाने पर चर्चा करेंगे।
अनौपचारिक बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, जनता दल (यूनाइटेड) के नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राकांपा नेता शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल थे।
बैठक में आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी उपस्थित रहे।