आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद के बजट सत्र में कामकाज नहीं होने के विरोध में एक दिन के उपवास के फैसले पर सवाल उठाए हैं। सीएम नायडू ने आरोप लगाया कि केन्द्र ने कावेरी मुद्दे पर अन्नाद्रमुक को उकसाकर कार्यवाही बाधित की।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएम मोदी और भाजपा के अन्य सांसद के गुरुवार को एक दिवसीय उपवास के संदर्भ में नायडू ने दावा किया कि केन्द्र ने कर्नाटक के आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए कावेरी प्रबंधन बोर्ड गठित नहीं किया।
समाज सुध्ाारक ज्योतिबा फुले की जयन्ती पर आयेाजित समारेाह के संबंध में एक सभा को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि सरकार ने अन्नाद्रमुक को ‘उकसाया’ और ‘सुनिश्चित’ किया कि तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल के सांसद लोकसभा में अध्यक्ष के आसन के पास आएं और तेदेपा को उनकी मांग (आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा) उठाने नहीं दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कितना भद्दा थ्ाा और अब मोदी कहते हैं कि वह उपवास करेंगे। विपक्ष को गलत दिखाने और खुद को सही दिखाने की कोशिश हो रही है। क्या यह सही है? क्या यह उचित है? नायडू की पार्टी ने हाल में राजग से संबंध तोड़ लिए हैं।
गौरतलब है कि पीएम मोदी समेत पार्टी के आला नेता 12 अप्रैल को उपवास रख्ा रहे हैं। विपक्षी दलों द्वारा संसदीय कार्यवाही के विघटन के विरोध में भाजपा ने उपवास का मन बनाया है। ऐलान के मुताबिक भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह कर्नाटक में और पार्टी के सांसद देशभर में अलग-अलग उपवास कर रहे हैँ।