पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद नई दिल्ली में आयोजित सार्वजनिक प्रार्थना सभा में प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल जी नाम से ही अटल नहीं थे उनके व्यवहार में भी अटल भाव नजर आता है। उन्होंने कहा कि किशोर अवस्था से लेकर के जीवन के अंत तक अटल जी देश के लिए, देशवासियों के लिए और सामान्य लोगों के अरमानों के लिए जिए। इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मेरी मित्रता अटल जी के साथ 65 वर्षों तक रही। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अटल जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। अटल जी एक अजातशत्रु राजनेता के साथ-साथ, एक संवेदनशील कवि, स्वभावगत पत्रकार और एक प्रखर वक्ता थे।
सोमवार को आयोजित इस सभा में प्रधानमंत्री ने कहा कि जीवन कितना लंबा हो यह हमारे हाथ में नहीं है लेकिन जीवन कैसा हो ये हमारे हाथ में है और अटल जी ने जी करके दिखाया कि जीवन कैसा हो, क्यों हो, किसके लिए हो और कैसे हो। मोदी ने कहा कि वो अटल जी ही थे जो अपने प्रयासों से आतंकवाद के मुद्दे पर पूरे विश्व को भारत के साथ लाने में सफल हुए थे। उन्होंने कहा कि दस साल तक जो महापुरुष किसी राजनीतिक मंच पर नजर नहीं आए उस व्यक्ति की विदाई को जिस प्रकार देश ने सम्मान दिया शायद ही कोई ऐसी घटना की कल्पना कर सकता है।
इस मौके पर आडवाणी ने भावुक होते हुए कहा कि मैंने कई सभाओं को संबोधित किया है पर कभी यह नहीं सोचा था कि इस तरह की सभा को भी संबोधित करना पड़ेगा। ऐसी सभा जहां अटल जी नहीं हो। अटल जी से हमनें बहुत कुछ सिखा और हमनें उनसे बहुत कुछ पाया। अटल जी ने जो कुछ हमें सिखाया उसको ग्रहण करके हम सभी अपना जीवन व्यतीत करें।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सब को साथ लेकर चलने की कला श्रद्धेय अटल जी में थी और भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को उनने निधन की पीड़ा है। उन्होंने कहा कि अटल जी को लोकप्रियता देश का प्रधानमंत्री बनने के कारण हासिल नहीं हुई वह किसी भी राजनीतिक या सामाजिक क्षेत्र में यदि काम करते तो वह वैसे ही लोकप्रिय होते जैसे प्रधानमंत्री बनने के बाद लोकप्रिय हुए।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़कर और उसपे विजय प्राप्त करने वाले प्रखर योद्धाओं में से एक अटल जी थे। उनके जाने से देश के सामाजिक जीवन में जो रिक्तता खड़ी हुई है उसको भरना हमारे लिए संभव नहीं है। भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता उसी विचारधारा पर चलेगा जिस विचारधारा पर अटल जी अपने पूरे जीवन चले।
प्रार्थना सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, योगगुरु बाबा रामदेव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता डॉ. फारूक अब्दुल्ला, अटल बिहारी वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य, नतिनी निहारिका भी मौजूद थीं।