गुजरात की सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी भाजपा को महाराष्ट्र में जोरदार झटका लगा है। सांसद नाना पटोले ने भाजपा और लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसकी वजह केंद्र और महाराष्ट्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों को बताया है।
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पटोले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। भंडारा-गोंदिया से एनसीपी के दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल को हराकर वे संसद में पहुंचे थे। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को लिखे पत्र में उन्होंने कृषि, अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी से जुड़े 14 मुद्दों का उल्लेख किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि बार-बार उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी सामने इन मसलों को उठाया। इन पर ध्यान नहीं देने के कारण उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है।
पटोले वही सांसद हैं जिन्होंने इसी साल सितंबर में कहा था कि मोदी को यह पसंद नहीं है कि कोई उनसे सवाल पूछे। बीते महीने उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार के दौरान किसानों की आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा के नेतृत्व में अकोला किसानों के आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। माना जा रहा है कि वे फिर से कांग्रेस में लौट सकते हैं।