बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को ऐलान किया है कि अपने भतीजे आकाश आनंद को बसपा मूवमेंट में शामिल करूंगी।
दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मायावती ने सपा-बसपा गठबंधन के ऐलान और जन्मदिन के मौके पर अपने साथ भतीजे आकाश आनंद के खड़े होने और उस पर कयास लगाने वाली खबरों पर मीडिया को भी आड़े हाथों लिया और इसे गठबंधन की वजह से विरोधियों की साजिश बताया है।
'बढ़ती लोकप्रियता से विरोधी परेशान'
मायावती ने कहा कि बसपा की लोकप्रियता में बढ़ोत्तरी और सपा के साथ गठबंधन ने उन दलों और नेताओं में अशांति पैदा की है जो दलित और जातिवाद विरोधी हैं। हमसे आमने-सामने लड़ने के बजाय वह हमारे खिलाफ अनर्गल बातें कर रहे हैं और कुछ जातिगत व दलित विरोधी चैनलों के साथ मिलकर हमारे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं।
'कांशी राम की शिष्या हूं'
बसपा प्रमुख ने कहा कि मैं कांशीराम जी की शिष्या हूं, इसलिए 'जैसे को तैसा' का जवाब देने के लिए मैं आकाश को बसपा मूवमेंट में शामिल करूंगी और उन्हें सीखने का मौका दूंगी। अगर मीडिया के कुछ जातिवादी और दलित-विरोधी तबके को इससे कोई समस्या है तो होती रहे। हम इसकी परवाह नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा, 'हम दब्बू किस्म के लोग नहीं हैं जो सुनकर बैठ जाएंगे, घबरा जाएंगे। उसका मुंहतोड़ जवाब देना भी हमें आता है।'
'भाई ने दे दिया था इस्तीफा'
मायावती ने कहा कि उन्होंने हमेशा बसपा मूवमेंट को ऊपर रखा ताकि परिवारवाद के आरोप न लगे, इसीलिए उनके भाई आनंद हमेशा से बसपा से बाहर रहकर मूवमेंट में सहयोग करते रहे थे। मूवमेंट के गैर राजनीतिक कार्यों में सहयोग के लिए उन्होंने खुद भाई आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था लेकिन परिवारवाद के आरोपों के चलते आनंद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।