केरल में छिड़े राजनीतिक समर में भाजपा को धार्मिक और आध्यात्मिक नेताओं की मदद की दरकार है। इसी क्रम में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अप्रैल में दिल्ली में माता अमृताआंनदमयी से मुलाकात कर सकते हैं। चूंकि केरल और तमिलनाडु में आध्यात्मिक गुरू माता अमृताआनंदमयी का अच्छा-खासा आधार है, इसलिए इन चुनावों के मद्देनजर उनकी कृपा क दरकार भाजपा को बेहतर है।
भाजपा और खास तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के माता अमृता आनंदमयी से पुराने संबंध रह हैं। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब भी वह उनके कई कार्यक्रमों में शिरकत करते रहते थे। 2014 के आम चुनावों के बाद भी नरेंद्र मोदी की उनसे एक अहम मुलाकात हुई थी। अभी केरल में भाजपा के लिए अपनी अलग जमीन खोजन मुश्किल हो रहा है, ऐसे में उसे आध्यामतिक गुरुओं और ऐसे केंद्रों के परोक्ष समर्थन की जरूरत है। बताया जाता है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह केरल और तमिलनाडु को लेकर पार्टी की जो रणनीति बना रहे हैं, उनमें इन गुरुओं की भक्तगणों की अहम भूमिका होगी।
माता अमृतानंदनमयी मठ के वरिष्ठ अधिकारी हरीश पी. विथात ने आउटलुक को बताया कि अप्रैल में भाजपा अध्यक्ष की मुलाकात दिल्ली में माता अमृताआनंदमयी के प्रवास के दौरान हो सकती है। वैसे उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी राजनीतिकदलों के लोग उनके दर्शन के लिए आते रहे हैं। और, यह मठ सीधे-सीधे रजनीति में शिरकत नहीं करता। सामान्य तौर पर परोकारी कार्यों में ही शक्ति खर्च करता है। इसी क्रम में फरीदाबाद में एक विशालकाय मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल भी बनाया जा रहा है।