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कैप्टन अमरिदंर: किसान आंदोलन खिंचने से पंजाब की सुरक्षा खतरे में

चंडीगढ़,पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह का मानना है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध...
कैप्टन अमरिदंर: किसान आंदोलन खिंचने से पंजाब की सुरक्षा खतरे में

चंडीगढ़,पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह का मानना है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन के लंबा खींचने का सबसे बड़ा खतरा पंजाब की सुरक्षा पर पाकिस्तान से है। सिंतबर 2020 से पंजाब में किसान आंदोलन के बाद से राज्य की सीमाओं पर पाकिस्तान ड्रोन के जरिए आए दिन हथियार व गोला बारुद सीमाओं पर पहुंचा रहा है। कैप्टन के मुताबिक मार्च के महीनें में ही हथियारों से लैस 10 ड्रोन पाकिस्तान से पंजाब की सीमा में प्रवे श हुए हैं इसके अलावा 2000 से अधिक हथियार (राईफलें, रिवाॅल्वर, पिस्तौल), हैंड ग्रेनेड, आर.डी.एक्स. और अन्य विस्फोटक सामग्री, वाॅकी-टाॅकी और सैटेलाइट फोन बरामद किये गए। 11000 गोली-सिक्का जब्त किया गया। पाकिस्तान से हथियारांे की बढ़ी आवक पंजाब की अमन शांति भंग करने की कोशिश है।

किसानों का आंदोलन शुरू होने के बाद से सरहद पार से ड्रोनों की हलचल में तेजी आने का गंभीर नोटिस लेते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का कहना है कि जब तक मैं हूँ, किसी खालिस्तानी या पाकिस्तानी या अन्य किसी आतंकवादी गतिविधि को राज्य के अमन-चैन में बाधा पैदा करने की इजाजत नहीं दूँगा। राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे की आंशका को गंभीरता से लेते हुए कैप्टन का कहना है कि उन्होंने इस गंभीर मुद्दे पर विचार करने के लिए किसान आंदोलन के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात कर बताया था कि केंद्रीय बलों को ड्रोन ढूँढकर मार गिराने के लिए उपयुक्त हथियार मुहैया क्यों नहीं करवाए जा रहे। 

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पंजाब में इस समय खालिस्तानी सैल सक्रिय नहीं हैं परन्तु उनको ड्रोनों के जरिये हथियार दिए जा रहे हैं जिससे उनको गड़बड़ी पैदा करने के लिए सक्रिय किया जा सके। उन्हांेने कहा कि पंजाब की सरहद पर किसी तरह की सेंध का मतलब राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध है। चाहे सरहद के पास से बड़ी संख्या में हथियार पकड़े गए हैं परन्तु चिंता उन हथियारों की है, जो पकड़े नहीं गए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बात से चिंतित हूँ कि वे हथियार गए कहाँ।’’

आशंका है कि हथियार पर गोला बारुद प्रदर्शनकारियों तक पहुंचते हैं तो पंजाब के अंदरुनी हालात खराब हो सकते हैं। कृषि कानूनों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होने की चेतावनी देते हुए कैप्टन का कहना है कि कोई भी धार्मिक चोट और आजीविका पर हमला बर्दाश्त नहीं कर सकता है। ऑपरेशन ब्लू स्टार का हवाला देते हुए कैप्टन का कहना है कि उन्होंने सिखों पर को स्वीकार करने या सत्ता को समर्थन करने के बजाय सत्ता को छोड़ना चुना था।

कैप्टन अमरिदंर कई बार दौहरा चुके हैं कि केंद्र को स्थिति को हाथ से बाहर जाने देने के खिलाफ चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता है, तो नाराज युवा सड़कों पर उतरेंगे और किसानों के साथ जुड़ेंगे, जिससे अराजकता पैदा होगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल जो माहौल चल रहा है वह शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की दिशा में बढ़ते कदम है और 1980 और 90 के दशक में भी यही हुआ था। उन्होंने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि चीन और पाकिस्तान दोनों मिल जाएंगे और राज्य की शांति में व्यवधान का लाभ उठाने की कोशिश करेंगे, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा होगा।

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