केंद्रीय कैबिनेट में विस्तार की अटकलों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज है। कई बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाया जा रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे जैसे नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष के साथ मैराथन बैठकें की हैं, जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार के विवरण को अंतिम रूप देने के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, कयास लगाए जा रहे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी के बागी नेता और चिराग के चाचार पशुपति कुमार पारस को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
लेकिन, इस अटकलों के जवाब में चिराग ने सीधे तौर पर कहा है कि पारस को मंत्री नहीं बनाया जा सकता है। ये असंभव है। चिराग पासवान ने कहा है, उन्हें (पशुपति पारस) लोजपा कोटे पर केंद्रीय मंत्री बनाना संभव नहीं है क्योंकि पार्टी के कार्यकारी बोर्ड ने उन्हें निष्कासित कर दिया है। मैंने पीएम को पत्र के माध्यम से सूचित किया। अगर उन्हें मेरी पार्टी का सांसद नियुक्त किया गया तो मैं कोर्ट जाऊंगा। निर्दलीय सांसद या जदयू से मंत्री बने तो कोई दिक्कत नहीं है।
मंगलवार को भाजपा नेता सर्बानंद सोनोवाल दिल्ली पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुशील मोदी को मंत्री पद के मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, माना जा रहा है कि भगवा पार्टी के कुछ सहयोगियों को भी जगह मिल सकती है।