मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों को आज यानी अपने जन्मदिन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाड़ों में छोड़ दिया है। चीतों की भारत में वापसी पर पीएम मोदी ने कहा, "जब समय का चक्र हमें अतीत को सुधारकर नए भविष्य के निर्माण का मौका देता है। आज सौभाग्य से हमारे सामने एक ऐसा ही क्षण है। दशकों पहले जैव विविधता की जो कड़ी टूट गई थी, आज उसे जोड़ने का हमें मौका मिला है। आज भारत की धरती पर चीता लौट आए हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट कर कहा, "पीएम शासन में निरंतरता को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं। चीता प्रोजेक्ट के लिए 25.04.2010 को केपटाउन की मेरी यात्रा का ज़िक्र तक न होना इसका ताजा उदाहरण है। आज पीएम ने बेवजह का तमाशा खड़ा किया। ये राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और भारत जोड़ो यात्रा से ध्यान भटकाने का प्रयास है।"
पीएम शासन में निरंतरता को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं। चीता प्रोजेक्ट के लिए 25.04.2010 को केपटाउन की मेरी यात्रा का ज़िक्र तक न होना इसका ताज़ा उदाहरण है। आज पीएम ने बेवजह का तमाशा खड़ा किया। ये राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और #BharatJodoYatra से ध्यान भटकाने का प्रयास है। 1/2 pic.twitter.com/V0Io8OMYyD
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 17, 2022
उन्होंने आगे कहा, "2009 से 2011 के दौरान जब बाघों को पहली huबार पन्ना और सरिस्का में स्थानांतरित किया गया तब कई लोग आशंकाएं व्यक्त कर रहे थे। वे गलत साबित हुए।चीता प्रोजेक्ट पर भी उसी तरह की भविष्यवाणियां की जा रही हैं। इसमें शामिल प्रोफेशनल्स बहुत अच्छे हैं। मैं इस प्रोजेक्ट के लिए शुभकामनाएं देता हूं!"