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महाराष्ट्र में महाअघाड़ी को झटका, मंत्री पद न मिलने से नाराज कांग्रेस विधायक देंगे इस्तीफा

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कई विधायकों में नाराजगी की खबरें हैं।...
महाराष्ट्र में महाअघाड़ी को झटका, मंत्री पद न मिलने से नाराज कांग्रेस विधायक देंगे इस्तीफा

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कई विधायकों में नाराजगी की खबरें हैं। अब मंत्री पद न मिलने से नाराज एक कांग्रेस विधायक ने इस्तीफा देने की बात कही है। वहीं मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विभागों का भी बंटवारा कर दिया है।

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज जालना से कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा कि वह पार्टी के कई पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी पदों से इस्तीफा दे देंगे।

गौरतलब है कि कमहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को अपने मंत्रिपरिषद का विस्तार किया था जिसमें 26 मंत्री और 10 राज्य मंत्री बनाए गए थे।

कई पार्टी सदस्य भी मेरे साथ अपना इस्तीफा सौंपेंगे

गोरंट्याल ने कहा कि शनिवार को जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा, ‘मैं महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट से मिलूंगा और पार्टी पदों से अपना अपना इस्तीफा सौंपूंगा। जालना नगरपालिका परिषद, जिला परिषद के पार्टी सदस्य भी मेरे साथ अपना इस्तीफा सौंपेंगे।'

पार्टी ने मुझे नजरअंदाज किया

विधायक ने दावा किया कि जालना के सभी तहसीलों में कांग्रेस पदाधिकारी पहले ही हट चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘पार्टी ने मुझे नजरअंदाज किया और मेरे साथ न्याय नहीं किया'

 अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव में गोरंट्याल ने शिवसेना के अर्जुन खोटकर को हराया था। नगर कांग्रेस अध्यक्ष शेख महमूद ने कहा कि गोरंट्याल तीन बार से विधायक थे और वह पहले पार्षद भी रह चुके हैं तथा उन्होंने जिले में पार्टी को मजबूत करने में कड़ी मेहनत की है। महमूद ने कहा, ‘हमने पार्टी नेतृत्व को अपना इस्तीफा सौंपने का फैसला किया है।'

मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कई विधायकों में असंतोष

महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कई विधायकों में असंतोष देखने को मिल रहा है। इससे पहले एक जनवरी को पुणे के विधायक संग्राम थोपटे के समर्थकों ने कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की, क्योंकि उन्हें मंत्री पद नहीं दिया गया। थोपटे ही नहीं, पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणीति शिंदे को भी मंत्रिमंडल से बाहर रखा गया। थोपटे के समर्थकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पत्र लिखा है।

गृह और वित्त एनसीपी के पास; आदित्य को पर्यटन-पर्यावरण की जिम्मेदारी

वहीं राज्य में मंत्रालयों का भी बंटवारा हो गया है। लगभग एक महीने से ज्यादा की जद्दोजहद के बाद यह निर्णय हो पाया है कि किसको कौन सा मंत्रालय दिया जाए। बता दें कि डिप्टी सीएम अजित पवार को वित्त मंत्रालय सौंपा गया है। इसके अलावा एनसीपी के अनिल देशमुख को गृह मंत्री बनाया गया है। साथ ही शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को शहरी विकास मंत्रालय मिला है। जबकि कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट को राजस्व विभाग सौंपा गया है। इसके अलावा अशोक चव्हाण को पीडब्ल्यूडी मंत्री बनाया गया है।

 

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