हाल ही में संपन्न हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद अब इस्तीफे का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के उत्तरी कर्नाटक के कार्यकारी अध्यक्ष एसआर पाटिल ने इस हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पाटिल पिछली सिद्धारमैया सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
पाटिल कर्नाटक विधान परिषद में विपक्ष के नेता रह चुके हैं। पाटिल ने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा है। हालांकि पार्टी आलाकमान ने अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है। इस बीच बीजेपी ने पाटिल के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
कर्नाटक बीजेपी ने ट्वीट कर कहा, 'जनादेश का उपहास उड़ाते हुए बने साम्राज्य का पतन शुरू हो गया है। कर्नाटक कांग्रेस के सीनियर लीडर एसआर पाटिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सत्ता की भूखी सरकार के पतन की शुरुआत हो गई है।'
विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी ने जेडीएस को सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया है। जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने सीएम पद की शपथ ली है। दोनों पार्टियों ने गठबंधन की सरकार को सही तरीके से चलाने के लिए एक फॉर्मूला तय किया है। इसके तहत कर्नाटक में मंत्रालयों का बंटवारा हुआ है, जिसमें कांग्रेस को 22 मंत्रालय जबकि जेडीएस को 12 मंत्रालय मिले हैं। कांग्रेस के पास गृह, राजस्व, स्वास्थ्य, कृषि, सिंचाई जैसे महत्वपूर्ण विभाग रहेंगे। वहीं जेडीएस के पास वित्त, पर्यटन, पीडबल्यूडी, शिक्षा और ट्रांसपॉर्ट विभाग रहेगा।