कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार अर्थव्यवस्था के ''संकट'' को दूर करने के लिए कदम उठाने की बजाय राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस के एक अकाउंटेंट के यहां आयकर विभाग की कथित छापेमारी की पृष्ठभूमि में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ''यह सरकार प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है।”
आनंद शर्मा ने दावा ने कहा, ‘यह चुनाव का समय है, हमें अपने प्रत्याशियों को पैसा देना है। हमें प्रचार-प्रसार के लिए पैसा निकालना है, लेकिन अकाउंट डिपार्टमेंट बंद है। हमारे सभी अकाउंटेंट को समन जारी कर दिया गया है। टैक्स कर्मचारी उनके घरों पर बैठे हुए हैं।’
समाचार एजेंसी आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पार्टी मुख्यालय के कैशियर मैथ्यू वर्गीस के केरल में चोट्टानिक्कारा स्थित घर पर शनिवार को रेड मारी गई। वर्गीस पिछले पांच दशकों से पार्टी के अकाउंट विभाग में काम कर रहे हैं। मैथ्यू हाल ही में अपने परिवार के चर्च के वार्षिक उत्सव में हिस्सा लेने के लिए यहां आए थे। उन्हें वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कोषाध्यक्ष अहमद पटेल का करीबी माना जाता है, जो वर्तमान में आईटी विभाग की जांच के दायरे में हैं।
प्रतिशोध की भावना से काम कर रही सरकार
शर्मा ने कहा, ''यह सरकार प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है। अब कांग्रेस के नेताओं के साथ ही उसके कर्मचारियों के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। जो देश लूटकर चले गए उनसे इस सरकार को कोई मतलब नहीं है।'' चुनावी चन्दे का उल्लेख करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि गत लोकसभा चुनाव में कुल खर्च का 60 फीसदी से अधिक बीजेपी ने खर्च किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह दावा भी किया कि अर्थव्यवस्था की खराब हालत को ठीक करने की बजाय यह सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचा रही है और विरोधियों के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
विपक्षी पार्टी को निशाना बना रही सरकार
कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा में आनंद शर्मा ने कहा, ‘वे अब बेहद नीचे गिर चुके हैं और एजेंसियों की मदद से सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के वैतनिक कर्मचारियों को निशाना बना रहे हैं।’ एक तरफ सरकार क्रोनी कैपिटलिज्म को बढ़ावा दे रही है, राजकोष खाली कर रही है, आरबीआई के आपातकालीन रिजर्व को बर्बाद कर रही है और दूसरी तरफ सबसे बड़ी विपक्ष की पार्टी को निशाना बना रही है>’