कांग्रेस ने जनगणना पर टिप्पणी के लिए रविवार को गृह मंत्री अमित शाह पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जनगणना पर इतनी स्पष्टता, जिसमें पहले ही तीन साल से अधिक की देरी हो चुकी है।’’
विपक्षी दल की इस टिप्पणी से एक दिन पहले शाह ने कहा था कि जनगणना उचित समय पर करायी जाएगी और जब इस बारे में निर्णय हो जाएगा, तब इसकी घोषणा की जाएगी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘स्वयंभू चाणक्य ने अभी एक बम गिराया है। कल, छत्तीसगढ़ में उन्होंने एक बड़े राज से पर्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जनगणना उचित समय पर करायी जाएगी और जब इस बारे में निर्णय हो जाएगा, तब इसकी घोषणा की जाएगी।’’
रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वाह! जनगणना पर इतनी स्पष्टता जिसमें पहले ही तीन साल से अधिक की देरी हो चुकी है।’’
पूरे देश में एक अप्रैल से 30 सितंबर, 2020 तक जनगणना के मकान सूचीकरण चरण और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को अद्यतन करने की कवायद की जानी थी, लेकिन कोविड-19 के प्रकोप के कारण इसे स्थगित कर दिया गया।
शाह ने रायपुर में एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था, ‘‘जनगणना उचित समय पर की जाएगी। जब इस बारे में निर्णय हो जाएगा, तब हम इसकी घोषणा करेंगे।’’
जनगणना का काम अब भी रुका हुआ है और सरकार ने अभी तक नए कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है। जनगणना दशक में एक बार करायी जाती है।
कई विपक्षी दल ‘जातिगत जनगणना’ की मांग कर रहे हैं। हालांकि, सरकार ने राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस मुद्दे पर अभी तक कोई घोषणा नहीं की है।