राहुल गांधी ने कहा कि पीएम जी आप जो वायदे करना चाहते हैं, वह आप सब करिए, मगर आप सदन को तारीख दे दीजिए, जब दाल, आलू और टमाटर के दाम कम हो जाएंंगेे। राहुल कहते हैं कि अब गांव तथा कस्बों में एक नया नारा चला है और वो है अरहर मोदी-अरहर मोदी।
उन्होंने कहा कि दालों के दामों ने तो जीना मुहाल कर दिया है। एनडीए सरकार के दो साल का जश्न धूमधाम से मनाया गया और पीएम ने अपनी योजनाओं का बढ़-चढ़कर बखान किया, लेकिन महंगाई पर कुछ नहीं कहा। पीएम महंगाई पर बोल ही नहीं सकते, क्योंकि यह देश में साफ दिख रही है। राहुल ने कहा कि किसान 50 रुपये में दाल बेचता है और खरीदता 180 रुपये में है। प्रधानमंत्री ने खुद को पीएम न बनाकर चौकीदार बनाने की बात कही थी। देखिये, अब चौकीदार की नाक के नीचे दाल की चोरी हो रही है, लेकिन उन्होंने एक शब्द नहीं कहा। पीएम अब बड़े आदमी हो गए हैं, अब 'चौकीदारी' हम पर छोड़ दें। राहुल ने कहा कि मोदी जी के पीएम बनने के बाद बड़े उद्योगपतियों को फायदा हुआ, किसानों को फायदा होने के बजाए नुकसान ही हुआ।
राहुुल ने कहा कि पिछले साल सरकार ने बड़े उद्योगपतियों का 52 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया। हम आपसे सिर्फ यह पूछते हैं कि मेक इन इंडिया में आपने एक युवा को रोजगार नहीं दिया। दो लाख करोड़ रुपये में से आपने बड़े उद्योगपतियों को पैसा दिया, मगर देश की जनता को आपने कितना पैसा दिया?