नोटबंदी के खिलाफ नई दिल्ली में कांग्रेस की जनवेदना बैठक में पार्टी उपाध्यक्ष ने कहा कि 2019 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद ही अच्छे दिन लौटेंगे। राहुल ने कहा कि पहली बार भारत के प्रधानमंत्री की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। इससे पहले कभी भी किसी बड़े अर्थशास्त्री ने नहीं कहा कि प्रधानमंत्री ने इतना खराब निर्णय किया है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी के इस निर्णय से अर्थव्यवस्था 16 वर्ष पीछे चली गई है। उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल की बिक्री में काफी गिरावट आई है।
उन्होंने भाजपा नेताओं के इन आरोपों को खारिज किया कि कांग्रेस ने देश के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ढाई वर्ष के कार्यकाल में आरबीआई और न्यायपालिका जैसे संस्थानों को निशाना बनाया है जो कांग्रेस ने 70 वर्षों में नहीं किया। गांधी ने कहा कि भाजपा, आरएसएस और नरेंद्र मोदी ने आरबीआई जैसे संस्थानों को कमजोर कर दिया है। उन्होंने इन संस्थानों को भारत की आत्मा बताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने इनकी साख गिराई है।
उन्होंने कहा कि हमने आरबीआई की स्वतंत्रता का सम्मान किया। यह भारत की वित्तीय रीढ़ है और अब इसकी साख गिर रही है। आरएसएस और भाजपा के लोगों का मानना है कि केवल उन्हीं के विचार मायने रखते हैं किसी और के नहीं। उन्होंने कहा कि मोदी से पूछना चाहिए कि मनरेगा के लिए मांग में अचानक बढ़ोतरी क्यों हो गई और लोग शहरों के बजाय गांवों की तरफ क्यों जा रहे हैं। (एजेंसी)