भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र बनारस को क्योटो बनाने का वादा किया, तो साढ़े चार साल में ही इस दिशा में बहुत काम किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 15वें दौरे पर आज वाराणसी पहुंच रहे हैं। इस दौरान वह लोगों को 24 सौ करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगात देंगे। रिंग रोड, रामनगर, मल्टीमॉडल टर्मिनल, बाबतपुर फोरलेन, दीनापुर एसटीपी, सीवरेज पंपिंग स्टेशन सहित कई योजनाओं का शिलान्यास पीएम मोदी करेंगे। इसके अलावा एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों में काशी में हैं। प्रधानमंत्री की जनसभा को सफल बनाने के लिए उन्होंने वाराणसी के तमाम क्षेत्रों में जनसंपर्क भी किया।
उन्होंने कहा कि किसी ने कल्पना नहीं की थी कि बनारस से गंगा में क्रूज जहाज चलेगा, पर प्रधानमंत्री ने चलाया। प्रधानमंत्री देश के पहले वाराणसी-हल्दिया वाटर हाइवे के मल्टी मॉडल टर्मिनल का शुभारंभ करेंगे। पीएम कोलकाता से पेप्सिको उत्पादों के कंटेनर लेकर चले मालवाहक जहाज ‘टैगोर’को रिसीव करेंगे और वाराणसी सागरमाला प्रॉजेक्ट से जुड़ेगा। हल्दिया जलमार्ग शुरू होने से सागरमाला प्रॉजेक्ट के जरिए भारत दक्षिण एशिया के कारोबार में चीन के मुकाबले अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा सकेगा। वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने ही सागरमाला प्रॉजेक्ट की शुरुआत की थी, ताकि सड़क, विमान के अलावा बदंरगाहों के जरिए भी आर्थिक रूट बन सके और देश में कारोबार को गति मिल सके।
उन्होंने सवाल किया कि जो लोग पूछते हैं कि वाराणसी क्योटो बना? उनके लिए यह प्रमाण है कि काशी क्योटो बन रहा है। काशी के विकास की हजारों करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं। प्रधानमंत्री ने वाराणसी को विकास की नई दिशा दी है।
पर्यटन से परिवर्तन का अभियान चला रहे पीएम
उन्होंने कहा कि दुनिया भर के नेताओं को काशी की सैर कराकर प्रधानमंत्री ने काशी को विश्व के पर्यटन मानचित्र पर जो गौरव दिलाया है, वह पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास की धुरी बनेगा। दुनियाभर में बसे भारतीयों का कुंभ काशी में लगेगा। प्रधानमंत्री मोदी काशी में पर्यटन से परिवर्तन का अभियान चला रहे हैं। बुद्धा थीम पार्क, सारंग नाथ तालाब, गुरुधाम मंदिर, मारकंडेय महादेव मंदिर जैसे अनेक स्थलों का सुंदरीकरण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि काशी देश के चुनिंदा शहरों में शामिल है, जहां घरों में पाइप से कुकिंग गैस की सुविधा मिलने जा रही है। वाराणसी शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों को भी सड़क, बिजली, पानी जैसी सुविधाएं पहुंचाई गई हैं।
ये हैं परियोजनाएं
रिंग रोड
16 किलोमीटर लंबी रिंग रोड गाजीपुर के सदहा से आजमगढ़ के मुख्य मार्ग को क्रॉस करते हुए जौनपुर के हरहुआ तक बनी है। इस परियोजना की कीमत तकरीबन 261 करोड रुपए है। इससे कैंट पर लगने वाले जाम में काफी राहत मिलेगी और जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़ से दूसरे दिलों में जाने वाली गाड़ियां सीधे निकल पाएंगी।
बाबतपुर फोरलेन
करीब 17 किलोमीटर लंबे बाबतपुर फोरलेन से एयरपोर्ट से शहर आने वाले लोगों को जाम से छुटकारा मिलेगा। इस फोरलेन पर एक फ्लाईओवर भी बना है, आने वाले दिनों में जब फुलवरिया फोरलाइन का काम भी पूरा हो जाएगा तो बाबतपुर से बीएचयू जाने के लिए रास्ता आसान रहेगा।
रामनगर मल्टीमॉडल टर्मिनल
हल्दिया से बनारस तक आईडब्लूटी मल्टीमॉडल टर्मिनल रामनगर की लागत तकरीबन 206 करोड़ रुपए है। इसके माध्यम से हल्दिया तक जाने वाले मार्ग में जगह-जगह सामान उतारने के लिए सेंटर बनाए जाएंगे। पूर्वांचल में काशी मुख्य सेंटर होगा, जहां से माल चढ़ाया और उतारा जाएगा। इसके अलावा रामनगर पर हेलीपोर्ट निर्माण का शिलान्यास भी होगा। इसके माध्यम से पर्यटक घाटों व शहर का हेलीकॉप्टर से भ्रमण कर सकेंगे।