चुनाव आयोग ने मुस्लिम मतदाताओं से एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के लिये वोटिंग करने की अपील करने को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को शनिवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चुनाव आयोग ने कहा कि सिद्धू ने लोकसभा चुनाव के लिये लागू आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। सिद्धू ने राजनीतिक प्रचार के लिये धार्मिक संदर्भों के जिक्र पर उच्चतम न्यायालय की रोक की भी अवहेलना की है।
आयोग ने कांग्रेस नेता सिद्धू को नोटिस का जवाब देने के लिये 24 घंटे का समय दिया है। सिद्धू के खिलाफ इस बयान को लेकर बिहार के कटिहार में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है।
क्या है आरोप
आरोप है कि सिद्धू अपने भाषण में मुसलमानों को कथित तौर पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया ने कहा कि जन प्रतिनिधि कानून की धारा 123 (3) और भारतीय दंड संहिता की धाराओं में सिद्धू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।' धारा 123 (3) धर्म, नस्ल, जाति, सम्प्रदाय और भाषा के नाम पर किसी भी प्रत्याशी या व्यक्ति द्वारा देश के नागरिकों के बीच घृणा या दुश्मनी फैलाने से रोकती है।
सिद्धू ने क्या कहा था
मंगलवार को कटिहार में एक चुनावी सभा में सिद्धू ने मुस्लिम समुदाय को एकजुट होकर मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा था कि मैं आपको चेतावनी देने आया हूं मुस्लिम भाइयों, ये बता रहे हैं आपको, ये यहां ओवैसी जैसे लोगों को लाकर, एक नई पार्टी खड़ी कर आप लोगों का वोट बांट के जीतना चाहते हैं। यदि तुम लोग इकट्ठे हुए, एकजुट होकर वोट डाला तो मोदी सुलट जाएगा। उन्होंने कहा, इस बार के चुनाव में ऐसा छक्का मारो कि मोदी बाउंड्री के पार चला जाए।'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा था, 'आप यहां 64 फीसदी की आबादी हो। यहां के मुसलमान हमारी पगड़ी हैं। आप पंजाब भी काम करने जाते हो, यदि आपको कोई दिक्कत हो तो मुझे याद करना, मैं पंजाब का मंत्री हूं, वहां भी आपका साथ दूंगा।' उन्होंने कहा, 'यहां जात-पात की राजनीति हो रही है। बांटने की राजनीति हो रही।बीजेपी के लोग यहां आकर आपके वोट को बांटने की कोशिश करेंगे। अगर आप इकट्ठे रहे तो कांग्रेस को कोई नहीं हरा सकता।'
भाजपा ने की थी शिकायत, ओवैसी ने कसा था तंज
बिहार भजपा उपाध्यक्ष देवेश कुमार ने चुनाव आयोग से सिद्धू की शिकायत की थी। आयोग को सिद्दधू के भाषण का वीडियो दिखाया। भाजपा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।
वहीं सिद्धू के बयान पर एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा कि जब आप भाजपा में थे तब आप किसको जोड़ रहे थे। हमारी पार्टी नई जरूर है। मगर हम सीमांचल के पिछड़ापन को दूर करना चाहते हैं।