लोकसभा सदस्य परनीत कौर ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में कांग्रेस की ओर से मिले कारण बताओ नोटिस के जवाब में सोमवार को कहा कि वह अपने क्षेत्र एवं राज्य से जुड़े विषयों के समाधान के लिए प्रदेश एवं केंद्र सरकार से मिलती रहेंगी तथा पार्टी को जो कार्रवाई करनी है, वह कर सकती है।
उन्होंने कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर तथा उनके खिलाफ शिकायत करने वाले पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं पर निशाना साधा।
कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में गत शुक्रवार को परनीत कौर को पार्टी से निलंबित कर दिया था और कारण बताओ नोटिस जारी कर यह पूछा था कि उन्हें निष्कासित क्यों न कर दिया जाए।
कौर ने अपने जवाब में तारिक अनवर पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘यह देखकर हैरानी होती है कि जिस व्यक्ति ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर 1999 में कांग्रेस छोड़ दी और 20 साल तक पार्टी से बाहर रहा तथा जिसे अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ा था, वह तथाकथित अनुशासनात्मक मामले में मुझसे जवाब मांग रहा है।’’
उनका यह भी कहना था, ‘‘पंजाब में कांग्रेस के जिन नेताओं ने मेरे खिलाफ आरोप लगाया है, उनके विरूद्ध कई मामले लंबित हैं। अगर आप मेरे पति, जो उस समय मुख्यमंत्री थे, से बात करेंगे तो वह ब्यौरा देंगे। उन्होंने इन नेताओं को बचाया क्योंकि अपनी पार्टी के थे। मैं समझती हूं कि आप ऐसा नहीं करेंगे।’’
कौर ने इस बात पर जोर दिया, ‘‘मैं अपने क्षेत्रवासियों, संसदीय क्षेत्र और प्रदेश पंजाब के साथ हमेशा खड़ी रही हूं और तथा उनके मुद्दों को हमेशा उठाया है चाहे किसी भी पार्टी की सरकार रही हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप इससे अवगत होंगे कि राज्य सरकारों के कांग्रेस के मंत्री अपने विभाग से संबंधित केंद्रीय मंत्रियों से मिलते रहते हैं ताकि उनके राज्य के मुद्दों का समाधान हो सके। यह अतीत में पंजाब में हुआ था और आशा करती हूं छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कांग्रेस सरकारों द्वारा भी ऐसा किया जा रहा है।’’
कौर ने कांग्रेस को चुनौती देने के लहजे में कहा, ‘‘मैं राज्य से जुड़े मुद्दों के निदान के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार से मिलती रहूंगी, चाहे आपको अच्छा लगे या नहीं। आपको जो कार्रवाई करनी है, वो कर सकते हैं।’’
अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर की ओर से जारी पत्र में कहा गया था कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने शिकायत की थी कि कौर भाजपा की मदद करने के मकसद से पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हैं।
इसमें यह भी कहा गया था कि पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी ऐसी ही शिकायत की थी।