कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को सरकार पर चीनी अतिक्रमण, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बहस से भागने का आरोप लगाया और कहा कि यह उसकी ''शासन की विफलता'' को दर्शाता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार भारत जोड़ो यात्रा को मिल रहे अपार समर्थन से बौखला गई है और इसे रोकने के लिए बहाने ढूंढ रही है।
संगठन को मजबूत करने के तरीकों पर शीर्ष नेताओं की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए और यात्रा के अनुवर्ती के रूप में पार्टी की जल्द शुरू की जाने वाली आउटरीच पहल को आगे बढ़ाने के लिए, खड़गे ने कहा कि विपक्ष ने शीतकालीन सत्र के दौरान 16 प्रमुख मुद्दों को सामने रखा लेकिन मोदी सरकार उनमें से एक पर भी बहस कराने को राजी नहीं हुई।
उन्होंने कहा, समूचा विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा, मंहगाई, बेरोजगारी पर चर्चा की मांग करता रहा लेकिन सरकार एक के बाद एक मनगढ़ंत बहाने बनाकर ''भागती रही।''. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "एक बात निश्चित रूप से ध्यान देने योग्य है कि चाहे चीन के अतिक्रमण का सवाल हो या युवाओं को रोजगार देने का सवाल हो, चाहे वह बढ़ती महंगाई हो या लोगों से जुड़ा कोई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा हो, सरकार उनमें से किसी एक पर भी जवाब नहीं दे सकी।"
उन्होंने आरोप लगाया, "जवाब के नाम पर भाजपा की ओर से केवल व्यक्तिगत हमले किए गए। यह मोदी सरकार की भारी शासन विफलता का प्रमाण है।" भारत जोड़ो यात्रा के बारे में खड़गे ने कहा कि यह इतिहास रच रही है और इसे लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है। इससे मोदी सरकार बहुत बौखला गई है और यात्रा में अड़ंगा डालने के बहाने खोज रही है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस समितियों से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि उनके द्वारा गठित पैनल योग्यता के आधार पर हों।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल, लोकसभा में सदन के नेता अधीर रंजन चौधरी, रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा, तारिक अनवर, अविनाश पांडे सहित अन्य महासचिव थे। पार्टी के कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल, जितेंद्र सिंह समेत सभी पीसीसी अध्यक्ष व कांग्रेस विधायक दल के नेता भी मौजूद रहे। कांग्रेस ने अगले महीने के अंत में यात्रा समाप्त होने के बाद देश भर में हर घर तक पहुंचने का फैसला किया है।