महाराष्ट्र की राजनीति अब दिलचस्प मोड़ पर है। शिवसेना को सरकार गठन को लेकर और समय देने से इनकार करने के बाद अब राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एनसीपी से पूछा है कि क्या वे राज्य में सरकार गठन के लिए तैयार हैं। इस पर राज्यपाल से मुलाकात कर एनसीपी ने कहा कि वे अपने सहयोगियों से बात कर मंगलवार रात 8:30 बजे तक अपना जवाब तलब करेगी।
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने बताया कि प्रक्रिया के अनुसार राज्यपाल ने हमें पत्र (सरकार बनाने के लिए दावा करने के लिए) दिया है। हमने उनसे अनुरोध किया है कि हमें अपने सहयोगियों से बात करनी होगी और हम जल्द से जल्द उनके पास लौटेंगे। समय सीमा कल रात 8.30 बजे है।
इससे पहले एनसीपी के प्रनक्ता नवाब मलिक ने बताया, “हमें राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने के लिए बुलाया गया है। राज्यपाल द्वारा दिए गए पत्र के अनुसार, हम कांग्रेस के साथ विचार-विमर्श करेंगे और देखेंगे कि राज्य को एक स्थिर सरकार कैसे प्रदान की जा सकती है।”
उन्होंने कहा कि वे आज पत्र प्राप्त करेंगे और कल उनकी पार्टी सहयोगी कांग्रेस के साथ विचार-विमर्श करने के बाद अंतिम निर्णय लेगी।
राज्यपाल ने भाजपा-शिवसेना के बाद एनसीपी से सरकार गठन के लिए पूछा है। सबसे पहले बड़ी पार्टी बीजेपी और फिर दूसरी बड़ी पार्टी शिवसेना को इस बारे में पूछा गया था। हालांकि भाजपा ने सरकार बनाने से साफ इनकार कर दिया। जबकि शिवसेना ने सरकार बनाने की इच्छा तो जताई लेकिन बाकी दलों का समर्थन पत्र वक्त पर नहीं दे सकी। इस कड़ी में राज्यपाल ने तीसरी बड़ी पार्टी एनसीपी से सरकार बनाने के लिए पूछा है जिसे 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
कांग्रेस से बात कर लेंगे फैसला: एनसीपी
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि चुनाव परिणाम के 18 दिन बाद भी अब तक राज्य में सरकार नहीं बन पाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से बात कर ही उनकी पार्टी सरकार गठन को लेकर मंगलवार को कोई फैसला लेगी। पार्टी नेता ने कहा कि इस बारे में सोनिया गांधी से भी चर्चा की जाएगी।
राज्यपाल ने नहीं दिया शिवसेना को वक्त
भाजपा ने सरकार गठन से किया था इनकार
शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सबसे बड़ा दल होने के नाते भाजपा को सरकार गठन का न्योता दिया था। केयरटेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात की। रविवार को भाजपा विधायकों की बैठक हुई। इसके बाद महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि हम सरकार नहीं बनाएंगे। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि जनादेश भाजपा-शिवसेना को साथ काम करने के लिए दिया गया था। अगर शिवसेना इसका सम्मान नहीं करना चाहती और कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाना चाहती है तो हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। कांग्रेस और शिवसेना ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई है।