कांग्रेस ने गुजरात के अपने बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने को कहा है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष से दल-बदल विरोधी कानून का उल्लंघन करने के लिए बागी नेता शंकर सिंह वाघेला और 13 अन्य पूर्व विधायकों को छह वर्ष के लिए चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराये जाने की आज मांग की।
बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शैलेश परमार ने विधानसभा अध्यक्ष रमनलाल वोरा के कार्यालय को एक मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में परमार ने 'राज्यसभा चुनाव (08 अगस्त) में भाजपा उम्मीदवार को वोट देने और पार्टी व्हीप का उल्लंघन' करने के लिए वाघेला समेत 14 बागी नेताओं को अयोग्य घोषित किए जाने का अनुरोध किया।
परमार ने कहा, “क्रॉस वोटिंग करना संविधान की 10वीं अनुसूची में दल-बदल विरोधी कानून के प्रावधानों का उल्लंघन है।” परमार के मुताबिक बलवंत सिंह राजपूत सहित छह बागी विधायकों ने चुनाव से पहले इस्तीफा दे दिया था (और इसलिए उन्होंने वोट नहीं किया) और उन्होंने मतदान के संबंध में कांग्रेस द्वारा जारी एक व्हीप के बाद भी ऐसा किया। वाघेला समेत आठ अन्यों ने क्रॉस वोटिंग की और बाद में विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। जबकि अध्यक्ष वोरा ने कहा कि उन्होंने मांग पत्र नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि उन्हें मांग पत्र के तथ्यों के बारे में जानकारी नहीं है। कोई प्रतिक्रिया देने से पहले वे मांग पत्र को देखेंगे।
गौरतलब है कि वाघेला के साथ 13 कांग्रेसी विधायकों ने 8 अगस्त के चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस छोड़ दी थी। इनमें से दस भाजपा में शामिल हो गए थे। क्रॉस वोटिंग के बाद भी कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल ने भाजपा उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत को हराया था।