गुजरात में 81 नगर निकाय, 31 जिला पंचायत और 231 तालुका पंचायत के लिए हुए चुनावों की गिनती आज हो रही है। ये चुनाव रविवार को हुए थे जिसमें नगर निकायों में 58.82 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि जिला पंचायतों में 65.80 फीसदी और तालुका पंचायतों में 66.60 फीसदी मतदान हुआ था। इससे पहले हुए चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन जोरदार था लिहाजा आज के नतीजों पर सबकी निगाहें हैं। इसके नतीजे इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि गुजरात में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
आजतक के मुताबिक, शुरुआती रुझान में बीजेपी की बढ़त बरकरार है। वही, कांग्रेस को बुरे तौर पर मुंह की खानी पड़ी है। कांग्रेस और बीजेपी से इतर देखें तो राज्य की राजनीति में नगर निकाय में आम आदमी पार्टी (आप) को अब तक मिली 46 सीटों पर जीत मिली है। जाहिर है आप के राज्य की राजनीति में उदय होने के संकेत मिलने लगे हैं। आप ने अब तक जिला पंचायत में 6, तहसील पंचायत में 18, नगरपालिका में 22 सीटों पर जीत दर्ज की है। यानी कुल 46 सीटें आप के खाते में आ गए हैं।
नगर निकाय के आ रहे अब तक के नतीजे में कांग्रेस की बुरी हार हुई है। राज्य के शहरों के बाद अब गांवों में कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। यहां तक की साबरकांठा में कांग्रेस विधायक के बेटे को हार का सामना करना पड़ा है। आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक विधायक अश्विन कोटवाल के बेटे यश कोटवाल तहसील पंचायत चुनाव में हार गए है। प्रदेश के 31 जिला पंचायतों में से 20 पर बीजेपी आगे चल रही है।
बीते 21 फरवरी को गुजरात में छह नगर निगमों के चुनाव नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने सभी महानगर पालिकाओं में बहुमत प्राप्त कर लिया था। गुजरात नगर निगम की कुल 576 सीटों में से 449 सीटें जीतकर भाजपा ने बड़ी सफलता हासिल की थी। कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थी। सूरत में कांग्रेस ने एक भी सीट नहीं जीती है। वहीं, सूरत में आम आदमी पार्टी दूसरी पार्टी बनकर उभरी है जहां उसने अब तक 17 सीटें जीती हैं। इन चुनावों में आप ने 46 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। वहीं बसपा ने भी जामनगर की तीन सीटों पर जीत दर्ज की है।