हाथरस कांड को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। प्रियंका गांधी ने सीएम योगी की ओर से मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाने का बयान देने पर तंज कसा और कहा कि इसके लिए उन्हें 15 दिन क्यों लगे और क्या वह प्रधानमंत्री मोदी के फोन का इंतजार कर रहे थे?
प्रियंका ने आरोप लगाया कि हाथरस की पीड़िता के शव को परिवार से छीनकर उसका जबरन अंतिम संस्कार किया गया। इसके अलावा पीड़िता के पिता को कमरे में बंद रखा गया और वह आखिरी बार बेटी को शव को अपने घर नहीं ले जा सके।
अपना वीडियो जारी करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, 'हादसा 14 को हुआ और आज 30 तारीख है, आज पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसपर बयान दिया है। 15 दिन बाद इनका बयान आया और बयान में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का फोन आया और हमनें एसआईटी बनाई। क्या आपको पीएम के फोन का इंतजार था। क्या 15 दिन के लिए आप कुछ नहीं कर पाए। आपने लड़की का इलाज नहीं कराया, पीड़िता को किसी अच्छे अस्पताल में नहीं ले गए और परसों रात को उन्हें दिल्ली लाया गया।'
उन्होंने कहा कि आपने पीएम के फोन के बाद एसआईटी बनाई, ये पहले क्यों नहीं किया गया, 14 तारीख को क्यों नहीं किया गया। क्या आपके प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं, आप जिम्मेदारी नहीं लेंगे। मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि आप किस तरह के मुख्यमंत्री हैं?
प्रियंका ने ट्वीट किया, "मैं यूपी के मुख्यमंत्री जी से कुछ सवाल पूछना चाहती हूँ- परिजनों से जबरदस्ती छीन कर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया? पिछले 14 दिन से कहां सोए हुए थे आप? क्यों हरकत में नहीं आए? और कब तक चलेगा ये सब? कैसे मुख्यमंत्री हैं आप?"