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"वे अगले साल अपने घर पर तिरंगा फहराएंगे": पीएम मोदी के अगले साल फिर लौटकर आने के भरोसे पर विपक्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लाल क़िले से अपने संबोधन में यह विश्वास जताया कि वह अगले साल...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लाल क़िले से अपने संबोधन में यह विश्वास जताया कि वह अगले साल फिर लाल क़िले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे और जनता से किए गए वादों की प्रगति उनके समक्ष प्रस्तुत करेंगे। मगर, इससे असहमत विपक्ष की तरफ से प्रतिक्रिया आई हैं। खड़गे ने कहा कि वे (पीएम) अगले साल अपने घर पर तिरंगा फहराएंगे।

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी के अगले साल फिर लाल क़िले से देश को संबोधित करने की बात पर टिप्पणी दी है। उन्होंने कहा, "वे (प्रधानमंत्री) अगले साल एक बार फिर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे लेकिन अपने घर पर फहराएंगे।"

वहीं, कांग्रेस के सांसद और राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पलटवार करते हुए कहा, "2024 के चुनाव में देश की जनता तय करेगी कि कौन वापस आ रहा है और कौन नहीं। हमें कम से कम 2024 तक इंतजार करना चाहिए।"

बता दें कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में परिवारवाद से लड़ाई की बात कही। इसपर, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा, "उन्होंने (पीएम मोदी) भ्रष्टाचार, वंशवाद के बारे में बात की लेकिन वंशवाद तो हर पार्टी में है। मुझे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संसद में दिया गया बयान याद है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर आप किसी की तरफ एक उंगली करते हैं तो बाकी तीन उंगलियां आपकी तरफ इशारा करती हैं। मणिपुर को प्यार, देखभाल, करुणा और सहानुभूति की जरूरत है।"

इसके अलावा, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, "अगर किसी नेता या प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय दिवस और राजनीतिक कार्यक्रम के बीच अंतर नहीं पता तो यह बहुत दुख की बात है।"

बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "आज के दिन उन लोगों को याद करते हैं जिन्होंने आज़ादी के लिए अपनी कुर्बानी दी लेकिन आज के दिन भी प्रधानमंत्री अपने भाषण में राजनीति को लेकर आए। लोगों को उम्मीद थी कि वे स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया, किसानों की आय दोगुनी करने जैसे मुद्दों पर बोलेंगे।"

"कोई सत्ता में आए या जाए कोई भी स्थायी नहीं होता। लोग यह देख रहे हैं कि लोकतंत्र और संविधान खतरे में है, महंगाई और बेरोजगारी पर काम नहीं हो रहा है। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने दरभंगा AIIMS को लेकर झूठ कहा था।"

गौरतलब है कि लाल किले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बदलाव का वादा मुझे यहां ले आया। मेरा प्रदर्शन मुझे एक बार फिर यहां ले आया। आने वाले पांच साल अभूतपूर्व विकास के हैं। वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में भारत के सपने को साकार करने के लिए यह एक स्वर्णिम क्षण है।’’

मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले स्वतंत्रता दिवस के अपने अंतिम संबोधन में कहा, ‘‘अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, आपके संकल्प, उसमें हुई प्रगति, उसकी सफलता और गौरवगान… पूरे आत्मविश्वास के साथ आपके सामने प्रस्तुत करूंगा।’’ बता दें कि आम चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होने हैं।

मोदी ने कहा कि उन्होंने 2014 में बदलाव लाने का वादा किया था। उन्होंने कहा, ‘‘आपने मुझ पर भरोसा जताया। आपने मुझ पर जो भरोसा जताया था, मैंने उसे पूरा करने की कोशिश की। इससे पिछले पांच वर्षों में मुझे आत्मविश्वास मिला है। मैंने आपसे रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के जरिए बदलाव लाने का वादा किया था। मैंने राष्ट्र के लिए कड़ी मेहनत की है और मैंने इसी भावना के साथ काम किया है।’’

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