‘ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन’ (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से कहा कि अगर उसे पिछड़े वर्ग की इतनी ही चिंता है, तो वह उनकी ‘‘जाति आधारित गणना’’ क्यों नहीं कराती।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा था कि अगर भाजपा तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता में आती है, तो वह मुख्यमंत्री पद के लिए पिछड़ा वर्ग से किसी नेता का चयन करेगी।
शाह के इस बयान के बाद ओवैसी ने शुक्रवार रात को जहीराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा और कांग्रेस को जुड़वां भाई-बहन बताया और दावा किया कि ये दोनों ही दल तेलंगाना विधानसभा चुनाव में सफल नहीं होंगे।
उन्होंने कहा ‘‘अमित शाह साहब मैं जिम्मेदारी से आपको बता रहा हूं कि आप और कांग्रेस ‘औले जौले भाई-बहन’ (जुड़वां) बन गए हैं। तेलंगाना में आप लोगों के लिए (पक्ष में) कुछ नहीं होने वाला है।’’
ओवैसी ने कहा, ‘‘मैं अमित शाह से पूछना चाहता हूं कि यदि आपको पिछड़ा वर्ग (बीसी) से इतनी ही सहानुभूति है, तो आप बीसी गणना क्यों नहीं कराते?’’
ओवैसी ने दावा किया कि न तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और न ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में पारित महिला आरक्षण विधेयक में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) और मुस्लिम महिलाओं के लिए उप कोटा की उनकी मांग का समर्थन किया। उन्होंने भाजपा छोड़कर इस सप्ताह कांग्रेस में लौटे पूर्व विधायक कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि क्या कांग्रेस ‘‘वॉशिंग मशीन’’ बन गई है।
ओवैसी ने एआईएमआईएम के भाजपा के साथ गुप्त समझौता करने के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल किया कि 2019 के चुनावों में राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र में कैसे हार गए। उन्होंने कहा कि 2019 में कांग्रेस और भाजपा के बीच 185 सीट पर सीधी प्रतिस्पर्धा थी, लेकिन कांग्रेस केवल 16 सीट जीत सकी और उनकी (ओवैसी की) वहां कोई भूमिका नहीं थी।
ओवैसी ने सवाल किया, ‘‘आप (कांग्रेस) वहां कैसे हार गए?’’ उन्होंने ‘मामू’ (भारत राष्ट्र समिति अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव) को वहां समर्थन देने की अपनी अपील दोहराई, जहां एआईएमआईएम चुनावी दौड़ में नहीं है।
ओवैसी ने कहा, ‘‘अब जहीराबाद और मुनुगोडे (जहां राज गोपाल रेड्डी पिछले साल भाजपा के टिकट पर उपचुनाव हार गए थे) से पता चलता है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ‘औले जौले भाई (जुड़वां) हैं।’’ उन्होंने उन्हें दी गई एक किताब ‘कांग्रेस आरएसएस की जननी है’ के बारे में भी बात की।
औवेसी ने इस बात पर जोर दिया कि जहां भी क्षेत्रीय दल सत्ता में होंगे, वहां लोगों को महत्व दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे दोनों (भाजपा और कांग्रेस) सत्ता में आते हैं, तो आपकी समस्याओं का समाधान करने वाला कोई नहीं होगा।’’