कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि गुजरात में बुनियादी सुविधाओं के मामले में भाजपा सरकार नाकारा साबित हुई है। 22 साल के शासन में भाजपा ने रोजवेज सेवा में सौ फीसदी कटौती कर दी और करोड़ों की सब्सिडी गंवा दी। वित्तीय कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार ने सरकार की पोल खोल दी है।
गुजरात में एक प्रेस कांफ्रेस में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, प्रियंका चतुर्वेदी और पवन खेड़ा ने कहा कि एक साजिश के तहत राज्य में सरकारी सेवाओं में न केवल सौ फीसदी की कटौती कर दी गई बल्कि हजारों करोड़ रुपये के राजस्व को सब्सिडी देने और नुकसान उठाने में लगा दिया गया। गुजरात की जनता अब इसकी जबावदेही मांगती है। 22 साल में बढ़ती जरूरत और जनसंख्या के चलते बसों की संख्या और ट्रिप्स चार-पांच गुणा बढ़ जानी चाहिए थी लेकिन बसों की संख्या कम हो गई तथा ट्रिप्स भी आधे रह गए। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी इसका जबाव देंगे।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 1994 में कांग्रेस शासन के दौरान सरकारी बसें गुजरात के 18255 गांव यानी हर गांव तक पहुंचती थी लेकिन आज ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे कस्बों में नौ हजार बसें ही पहुंच रही हैं। 1994 तक 389 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ जो बढ़कर 2971 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वर्ष 2016-17 में गुजरात स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन को 401.78 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यानी हर रोज एक करोड़ 11 लाख रुपये से ज्यादा का और हर मिनट 7750 रुपये का नुकसान हुआ। पांच सरकारी बस अड्डों की महंगी व्यवसायिक जमीन को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप या बीओटी के जरिए दे दिया गया लेकिन जनता को उसका रत्तीभर भी फायदा नहीं हुआ। यह निजी कंपनियां बस अड्डे के रखरखाव, बिजली पानी के जिम्मेदार है। सीधे तौर पर यह वित्तीय गड़ब़ड़झाला है और सरकार को इसका जबाव देना चाहिए।