कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कोरोना वायरस के दुष्प्रभावों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि देश में 'आर्थिक सुनामी जैसे हालात हैं।' उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक मुद्दे पर विपक्ष को सवाल ही नहीं पूछने देती है।
मंगलवार को संसद के भीतर पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'आप को अंदाजा नहीं है क्या होने वाला है। यह बहुत दर्दनाक है। सुनामी आ रही है। सुनामी आने से पहले पानी चला जाता है, जब पानी चला जाता है तो लोग मछली लेने जाते हैं और इसी दौरान वे हादसे का शिकार हो जाते हैं। मैं इसे बार-बार कह रहा हूं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा है।'
‘आर्थिक मुद्दे पर भी हमें तैयार रहना होगा’
राहुल ने कहा कि 'सिर्फ कोरोना वायरस ही नहीं बल्कि आर्थिक मुद्दे पर भी हमें तैयार रहना होगा। मैं सरकार से रोज कह रहा हूं कि तैयारी करिए लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं। रोज उल्टी सीधी बात करते हैं।'
संसद में राहुल ने की थी डिफॉल्टरों के नाम उजागर करने की मांग
बता दें कि राहुल गांधी ने बैंक के बढ़ते एनपीए को लेकर संसद में देश के 50 बड़े डिफॉल्टरों के नाम उजागर करने की मांग की थी। जिसके जवाब में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को आड़े हाथ लिया था।
स्पीकर ने मुझे नहीं पूछले दिया सवाल
संसद में सवाल पूछने के बाद राहुल गांधी ने कहा, 'मैंने विलफुल डिफॉल्टर्स को लेकर कुछ आसान सवाल पूछे थे लेकिन मुझे स्पष्ट जवाब नहीं मिला। मुझे इस बात का दुख हुआ कि स्पीकर ने मुझे पूरक सवाल पूछने नहीं दिया, जोकि मेरा सांसद के रूप में अधिकार है।'
अनुराग ठाकुर ने दिया था ये जवाब
सरकार की तरफ से वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने जवाब देते हुए कहा कि 2010 से 2014 तक ग्रोस एडवांस दिए गए थे। हमारी सरकार ने इसे कम किया है। उन्होंने कहा, '50 डिफॉल्टर्स की लिस्ट वेबसाइट पर है और 25 लाख से ज्यादा वाले डिफॉल्टरों के नाम वेबसाइट पर डाले जाते हैं।' उन्होंने कहा कि ये अपना पाप दूसरों के सिर पर डालना चाहते हैं। सभी डिफॉल्टरों के नाम पढ़कर सुनाने को तैयार हूं और सदन के पटल पर रखने को तैयार हूं। ठाकुर ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इनकी सरकार में लोग पैसा लेकर विदेश भाग गए। हमारी सरकार ने चार लाख 31 हजार करोड़ वसूले है। फूजिटिव इकोनॉमी बिल हमारी सरकार लेकर आई, लेकिन एक वरिष्ठ सदस्य द्वारा पूरे बैंकिंग सिस्टम पर सवाल उठाना बताता है कि वह कितने संजीदा हैं।