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राहुल अभी भी तकनीकी रूप से कांग्रेस अध्यक्ष, उत्तराधिकारी के नाम के लिए बनाएं समिति: जनार्दन द्विवेदी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी ने मंगलवार को पार्टी के नए अध्यक्ष के नाम को लेकर चल रही...
राहुल अभी भी तकनीकी रूप से कांग्रेस अध्यक्ष, उत्तराधिकारी के नाम के लिए बनाएं समिति: जनार्दन द्विवेदी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी ने मंगलवार को पार्टी के नए अध्यक्ष के नाम को लेकर चल रही अटकलों के बीच कहा कि तकनीकी रूप से राहुल गांधी अभी भी कांग्रेस अध्यक्ष हैं। उनको अपने उत्तराधिकारी का नाम सुझाने के लिए समिति का गठन करना चाहिए। उन्‍होंने राहुल गांधी के इस्‍तीफे पर कहा कि यह अन्‍य कांग्रेस नेताओं के लिए एक आदर्श है।

संवैधानिक तंत्र का गठन किया जाना चाहिए था

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा समय में कार्यसमिति की बैठक बुलाई जानी चाहिए और पार्टी के नए अध्‍यक्ष के नाम पर फौरन फैसला किया जाना चाहिए। पार्टी अध्‍यक्ष द्वारा कुछ संवैधानिक तंत्र का गठन किया जाना चाहिए था जिसमें कार्यसमिति के सदस्यों की राय ली जानी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि वर्किंग कमिटी की बैठक बुलाई जानी चाहिए और इसपर जल्द निर्णय होना चाहिए।

गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं जनार्दन द्विवेदी

बता दें कि जनार्दन द्विवेदी सबसे लंबे समय तक कांग्रेस महासचिव रहे हैं। साल 2018 में वह स्वेच्छा से रिटायर हो गए थे। वह पांच कांग्रेस अध्यक्षों इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिम्हा राव और सोनिया गांधी के साथ काम कर चुके हैं। उनको सोनिया गांधी और राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार को लेकर अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। 

राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद नेतृत्व संकट

कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद नेतृत्व को लेकर अजीब संकट देखने को मिल रहा है। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ नेता खुलकर बोलने लगे हैं। पहले वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने कहा कि एक महीने राहुल गांधी को मनाने में बर्बाद कर दिए गए अब कांग्रेस वर्किंग कमिटी को जल्द से जल्द बैठक बुलानी चाहिए। सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्ण सिंह ने कहा था कि जल्द से जल्द कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाकर निर्णय किए जाएं तथा हो सके तो यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुआई में बुलाई जाए। उन्होंने साफ कहा था कि जितने ज्यादा समय तक अनिश्चितता बनी रहेगी, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के हौसले उतने पस्त हो जाएंगे।

 

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