पश्चिम बंगाल के प्रभारी और बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उनके काफिले में अब बुलेटप्रूफ गाड़ी रहेगी और साथ ही सुरक्षाकर्मियों को भी बढ़ाया गया है। विजयवर्गीय को पहले से जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली है। केंद्र सरकार ने यह फैसला हाल में पश्चिम बंगाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हुए हमले के बाद लिया है।
गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और विजयवर्गीय के काफिले पर उस समय हमला हुआ था, जब वे आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के लिए डायमंड हार्बर जा रहे थे। बीजेपी ने हमले के पीछे टीएमसी का हाथ बताया था, जिसे ममता बनर्जी ने खारिज कर दिया था।
काफिले पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने को लेकर दोनों दलों के बीच वाकयुद्ध चल रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नड्डा पर भीड़ के हमले को लेकर शनिवार को तीन आईपीएस अधिकारियों की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति मांगी थी। ये तीनों अधिकारी बीजेपी अध्यक्ष की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को घोषणा की थी कि पश्चिम बंगाल के तीन आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजने के वास्ते उन्हें मुक्त करने पर आखिरी निर्णय राज्य सरकार का ही होगा।
इससे पहले गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस प्रमुख को समन जारी कर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के समक्ष पेश होकर में स्पष्टीकरण देने को कहा था. लेकिन ममता बनर्जी सरकार ने उन समन को खारिज कर दिया था।
कैलाश विजयवर्गीय लगातार पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं. कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को कहा कि राज्य में ‘वर्तमान राजनीतिक हिंसा एवं आतंक के माहौल’ पर ‘पूर्ण विराम’ लगाने के लिए बंगाल में तत्काल केंद्रीय बलों को तैनात किया जाना चाहिए।