पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि घाटी में जो हो रहा है उसकी जिम्मेदारी केंद्र की मोदी सरकार को लेनी ही होगी। उन्होंनेे कहा कि जम्मू-कश्मीर में भड़की बड़े पैमाने पर हिंसा घाटी में आरएसएस का एजेंडा ‘थोपे जाने’ के खिलाफ ‘प्रतिक्रिया’ है।
उन्होंने कहा कि घाटी की वर्तमान स्थिति को देखने के बाद भाजपा को यह स्वीकार करना चाहिए कि उसने राज्य में सरकार बनाने के लिए क्षेत्रीय पार्टी पीडीएफ पर यह कहकर दबाव बनाया था कि अगर उसने सरकार नहीं बनाई तो वह धन नहीं देगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने महबूबा मुफ़ती पर दबाव बनाया कि गठबंधन सरकार नहीं बनने पर जम्मू कश्मीर को आर्थिक अनुदान नहीं दिया जाएगा। आजाद ने कहा कि मोदी सरकार को जम्मू-कश्मीर में जो हो रहा है, उसकी जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी।’ केंद्र सरकार को महबूबा सरकार को सहयोग करते हुए घाटी में अमन चैन दोबारा कायम करने का प्रयास करना चाहिए। एजेंसी