केरल विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश पार्टी उपाध्यक्ष के सी रोसाकुट्टी ने पार्टी छोड़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का दामन थाम लिया है।
सुश्री रोसाकुट्टी ने कहा कि पार्टी में महिलाओं को दरकिनार किये जाने तथा कलपेट्टा विधानसभा क्षेत्र में जिला नेताओं के स्थान पर बाहरी नेताओं काे तरजीह देने का ही परिणाम है कि उनकी जैसी नेता को कांग्रेस से इस्तीफा देने का निर्णय लेना पड़ा।
सुल्तान बाथरे से पूर्व विधायक ने पार्टी से 30 लंबे वर्ष तक संबंध रखने के बाद कांग्रेस से जुदा होने का फैसला किया। वह वर्ष 2012 में केरल महिला आयोग की अध्यक्ष बनी थीं।
माकपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री पी के श्रीमती तथा कलपेट्टा उम्मीदवार और लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) के प्रदेश प्रमुख श्रेयम्स कुमार सुश्री रोसाकुट्टी के सुन्तान बाथरे स्थित घर पहुंचने वाले और उनका एलडीएफ में स्वागत करने वाले पहले व्यक्ति थे।
इससे पूर्व केरल महिला कांग्रेस की प्रमुख लतिका सुभाष भी टिकट नहीं मिलने के बाद अब अपने बूते चुनाव लड़ रही हैं।
इससे पहले गत 10 मार्च को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी सी चाको ने भी पार्टी में गुटवाद का जोर बताते हुए पार्टी को छोड़ दिया था।