मोदी मंत्रिमंडल में 2019 के चुनाव से पहले बड़ा बदलाव हो गया है। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में 9 नए चेहरे शामिल हुए।
लाइव अपडेट:
-अल्फोंस कन्नथनम ने ली राज्य मंत्री पद की शपथ
-यूपी के बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली।
-गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली
-कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से सांसद अनंत कुमार हेगड़े, पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह, हरदीप सिंह पुरी ने ली शपथ
-शिव प्रताप शुक्ला, अश्विनी चौबे, वीरेंद्र कुमार ने राज्य मंत्री की शपथ ली
- पीयूष गोयल,धर्मेंद्र प्रधान,मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारामन ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर ली शपथ
- नए मंत्रियों में सभी राज्य मंत्री होंगे, 4 पूर्व नौकरशाहों को मौका
-भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पीएम नरेन्द्र मोदी ने नए बनने वाले मंत्रियों से मुलाकात की।
-पीयूष गोयल,धर्मेंद्र प्रधान,मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारामन का प्रमोशन संभव
पूर्व नौकरशाहों को जगह
मोदी मंत्रिमंडल में मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर और बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह, पूर्व गृह सचिव और बिहार के आरा से सांसद आरके सिंह, भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रहे हरदीप सिंह पुरी और केरल के पूर्व आईएएस अधिकारी अल्फोंस कन्नान्थानाम के नाम शामिल हैं। लंबा प्रशासनिक अनुभव रखने वाले इन पूर्व नौकरशाहों को मंत्रिमंडल में शामिल कर सरकार इनकी विशेषज्ञता का लाभ उठाना चाहेगी। इसका मतलब यह भी है कि कई मंत्रालयों के प्रदर्शन को पीएम मोदी पुराने नौकरशाहों की मदद से सुधारना चाहते हैं।
पांच नए सांसद हुए शामिल
पूर्व नौकरशाहों के अलावा विभिन्न राज्यों से 5 सांसदों को भी पहली बार मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इनमें यूपी से शिव प्रताप शुक्ला, बिहार से अश्विनी कुमार चौबे, कर्नाटक से अनंत कुमार हेगड़े, मध्यप्रदेश से वीरेंद्र कुमार, राजस्थान से गजेंद्र सिंह शेखावत के नाम शामिल हैं।
बदलाव के सियासी मायने
आने वाले कुछ महीनों में गुजरात, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होनेे हैं। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव पर सबकी निगाहें हैं। ऐसे में मोदी सरकार का यह संभवत: आखिरी बड़ी कैबिनेट विस्तार होगा। तीन साल गुजरने के बाद नोटबंदी, आर्थिक सुस्ती और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घिरी मोदी सरकार की नई टीम भाजपा और एनडीए के चाल, चरित्र और चेहरों की झलक पेश करेगी।