प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा है। पश्चिम बंगाल के बर्धमान में रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी की रायबरेली से उम्मीदवारी पर कहा कि शहजादे को मालूम है कि वह वायनाड से भी हारने वाले हैं।
बर्धमान-दुर्गापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "...मैंने पहले ही ये भी बता दिया था कि शहजादे वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट खोज रहे हैं। अब इन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुननी पड़ी है। ये लोग घूम-घूम कर सबको कहते हैं - डरो मत। मैं भी इन्हें यही कहूंगा - डरो मत, भागो मत। आज मैं एक और बात कहूंगा कांग्रेस इस बार पहले से भी कम सीटों पर सिमटने जा रही है।"
नरेंद्र मोदी ने कहा, "बंगाल में टीएमसी की सरकार ने यहां हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर रख दिया है। ये कैसे लोग हैं कि जय श्रीराम के उदघोष से भी इन्हें आपत्ति है... मैं टीएमसी सरकार से पूछना चाहता हूं कि यहां संदेशखाली में हमारी दलित बहनों के साथ इतना बड़ा अपराध हुआ। पूरा देश कार्रवाई की मांग करता रहा, लेकिन टीएमसी गुनहगार को बचाती रही। क्या सिर्फ इसलिए, क्योंकि उस गुनाहगार का नाम शाहजहां शेख था।"
पीएम मोदी ने कहा, "टीएमसी, लेफ्ट और कांग्रेस के पास विकास का विजन ही नहीं है। लेफ्ट, कांग्रेस और टीएमसी किसी राज्य का क्या हाल कर सकती हैं, ये आप अच्छी तरह जानते हैं। यहां पास में ही त्रिपुरा लेफ्ट वालों ने तबाह कर रखा था। लेकिन पिछले 5 साल में बीजेपी ने पूरे त्रिपुरा की जिंदगी बदल दी। लेफ्ट वाले गए तो विकास का सूरज उगने लगा...मैंने कल टीवी पर देखा कि यहां बंगाल में टीएमसी के एक विधायक ने सरेआम धमकी दी। वो कह रहे थे कि "हिंदुओं को 2 घन्टे में भागीरथी में बहा देंगे"। ये कौन सी भाषा है?"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "शायद दुनिया में कोई इंसान कल्पना तक नहीं कर सकता है कि ईश्वर रूपी जनता जनार्दन इतने आशीर्वाद बरसाएं और लगातार बरसाएं...आप भी जानते हैं अगर पद-प्रतिष्ठा की लालसा हो पीएम पद की लालसा हो तो एक बार इंसान पीएम की शपथ ले ले फिर उसके जीवन में ऊंचाई को प्राप्त हो ही जाती है, इतिहास में नाम दर्ज हो ही जाता है। लोगों को लगता है कि मोदी जी 2 बार पीएम रहे दुनिया में इतना नाम हो गया, अरे कभी तो आराम करो। मैं मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ हूं। मैं खुद के लिए जीना नहीं चाहता हूं। मैं 140 करोड़ देशवासियों की सेवा करने के लिए निकला हूं।"