आगामी लोकसभा चुनावों और जदयू-एनडीए रिश्तों में आई गर्माहट के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जदयू की कार्यकारिणी आयोजित हो रही है। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे। जदयू की इस बैठक को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सीटों के मसले पर हो रही तना-तनी के बीच अहम मानी जा रही है।
इस घमासान के बीच अटकलें लगाई जा रही थी कि नीतीश कुमार वापस आरजेडी और कांग्रेस गठबंधन में शामिल होने का मन बना चुके हैं। हालांकि उनकी पाटी नेताओं ने इस बात को नकार दिया था। बैठक के बाद दोपहर में मीडिया को नीतीश कुमार संबोधित कर सकते हैं। इस बैठक के बाद वह एनडीए के अन्य दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। जिसके बाद स्थिति स्पष्ट हो सकती है।
गौरतलब है कि 2014 लोकसभा चुनावों में जदयू अकेले लड़ते हुए मात्र 2 सीटों पर कामयाबी मिली थी। वहीं भाजपा ने 22 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन जदयू लगातार इस बात की मांग कर रही है कि बिहार विधानसभा में उसकी ताकत को देखते हुए अधिक सीटें दी जाए।
इसके अलावा जदयू अब बिहार से बाहर पैर पसारने को लेकर भी रणनीति तैयार कर रही है। पार्टी इस साल अंत में चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों मे अपने प्रत्याशी खड़े कर सकती है। यही वजह है कि 22 राज्यों की इकाइयों की मौजूदगी में नीतीश कुमार का राष्ट्रीय कार्यकारिणी में आज का संबोधन मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम के तौर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।