अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे को लेकर बिहार में राजग के घटक दलों के बीच खींचतान शुरू हो गई है। इस बीच बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन करके सरकार चला रही जदयू ने बड़ी मांग कर दी है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा है कि बिहार में जदयू को 25 से कम सीटें मंजूर नहीं है। हमने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था और यह हमारा हक बनता है।
श्याम रजक ने कहा कि नीतीश कुमार और जदयू बिहार में बड़ी भूमिका में हैं। भाजपा के साथ हमारा गठबंधन मजबूत है लेकिन हम अपने हक के साथ समझौता कैसे कर सकते हैं। मैं चाहता हूं कि पूरा एनडीए एकजुट हो। भाजपा को सभी को एकजुट करना चाहिए। बिहार में नीतीश कुमार का नेतृत्व है। हमारा 25 सीटों पर हक बनता है और इससे कम सीटों का सवाल ही नहीं उठता। अगर एनडीए नीतीश कुमार की छवि का लाभ लेना चाहता है, तो उन्हें जदयू के लिए न्याय करना होगा।
जद यू नेता ने कहा कि हम विचारधारा और नीतियों के आधार पर एनडीए के साथ हैं, लेकिन यह कहना झूठ नहीं होगा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है। हमें वह प्राथमिकता नहीं दी गई है जिसके हम लायक हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की थी तथा भाजपा को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए।
इससे पहले प्रवक्ता आलोक कुमार ने कहा था कि बिहार में एनडीए के चेहरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे। सीट शेयरिंग का मसला साफ है और इस मुद्दे पर पार्टी में कोई भ्रम की स्थिति नहीं है। जदयू हमेशा 25 सीटों पर चुनाव लड़ती रही है।
बिहार की 40 लोकसभा सीटों में एक बड़े हिस्से पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू), लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी-अपनी ताल ठोंक रहे हैं। पूरे मसले को सुझालने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की आज एक बैठक होने का कार्यक्रम भी है।