तमिलनाडु के मंत्री डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर विवादास्पद बयान के बाद छिड़ी विरोध की आग अभी ठंडी नहीं हुई है। इसी बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उदयनिधि की टिप्पणियों को "दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया और कहा कि सनातन धर्म शाश्वत है और दुनिया की कोई भी ताकत इसे नष्ट नहीं कर सकती।
रक्षा मंत्री ने शनिवार को कहा, "टिप्पणियां बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हमारा सनातन धर्म 'वसुधैव कुटुंबकम' का संदेश देता है, जिसका अर्थ है कि दुनिया एक परिवार है। आपने अपनी माताओं और बहनों को एक छोटा सा हिस्सा अलग रखते हुए देखा होगा। रसोई में आटा गूंथते समय चींटी को पिसा हुआ गेहूं या आटा खिलाना चाहिए। हमारा सनातन धर्म यही सिखाता है। यह पीढ़ियों से चला आ रहा है और शाश्वत है। दुनिया की कोई ताकत इसे नष्ट नहीं कर सकती।"
शनिवार को ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी द्रमुक नेता के सनातन बयान पर हंगामे के बीच विपक्षी गुट - भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) पर कटाक्ष किया था। उन्हकने कहा कि सनातन धर्म दुनिया भर में प्रेम का संदेश फैलाता है।
खरगोन में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, चौहान ने कहा, "हमारे विपक्षी नेता कह रहे हैं कि सनातन को खत्म कर दिया जाना चाहिए। सोनिया-जी (कांग्रेस नेता सोनिया गांधी) और राहुल-जी (कांग्रेस नेता राहुल गांधी) को हमें बताना चाहिए कि वे हमारी सनातन संस्कृति को गाली देना कब बंद करेंगे।"
उदयनिधि के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए, भाजपा नेताओं और संतों ने पहले मांग की थी कि वह अपने शब्द वापस लें और माफी मांगें। दरअसल, कुछ दिनों पहले, चेन्नई में एक सेमिनार को संबोधित करते हुए, तमिलनाडु में खेल और युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि ने सनातन की तुलना "मच्छर, डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना" से की, और कहा कि इसे खत्म किया जाना चाहिए, न कि केवल इसका विरोध किया जाना चाहिए।