राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस आलाकमान आज भी इतना मजबूत है कि कोई नेता यह कहने की हिम्मत नहीं कर सकता कि वह अपनी पसंद का पद लेगा या फिर पार्टी उसे मनाने के लिए पद की पेशकश करे। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मुलाकात से पहले यह टिप्पणी की।
मुख्यमंत्री से, सचिन पायलट को मनाने के लिए आलाकमान की ओर से कथित तौर पर पद की पेशकश किए जाने संबंधी खबर को लेकर सवाल किया गया था।
गहलोत ने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सुना कि कोई नेता (पद) मांगे या आलाकमान पद की पेशकर करे। यह रिवाज मैंने कांग्रेस में नहीं देखा। आलाकमान और कांग्रेस इतने मजबूत हैं… और ऐसी स्थिति नहीं आई है कि किसी को मनाने के लिए पद की पेशकश की जाए या कोई नेता अथवा कार्यकर्ता यह कहे कि मैं यह पद नहीं, यह पद लूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कभी नहीं हुआ और कभी नहीं होगा। कांग्रेस आज भी मजबूत संगठन है और आलाकमान मजबूत है।’’
गहलोत और पायलट सोमवार को खरगे से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस राजस्थान में सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच जारी विवाद को खत्म करने के प्रयास में है।
हाल ही में ‘जन संघर्ष यात्रा’ निकालने वाले पायलट ने मई के अंत तक उनकी मांगें नहीं मानने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। जयपुर में अपनी पांच दिवसीय ‘जन संघर्ष यात्रा’ का समापन करते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गहलोत सरकार पर निशाना साधा था।
पायलट ने हाल में तीन मांगें रखी थीं जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को भंग करना और इसका पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के पेपर लीक होने से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच कराना शामिल है।