कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नेशनल हेराल्ड का दफ्तर सील होने के बाद भाजपा पर हमला बोला है। भाजपा के जांच से भागने के आरोप पर राहुल गांधी ने कहा, "सुनिए बात, हम नरेंद्र मोदी से नहीं डरते। समझ गए बात। कर लें जो करना है। कुछ फर्क नहीं पड़ेगा। हमारा काम है देश की रक्षा करना, लोकतंत्र की रक्षा करना, देश का सौहार्द बनाए रखना और वो मैं करता रहूंगा। ये कुछ भी कर लें, कोई फर्क नहीं पड़ता है।" राहुल गांधी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई से 'डर' नहीं जाएंगे।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया ईडी द्वारा राष्ट्रीय राजधानी के हेराल्ड हाउस में यंग इंडियन के कार्यालय को सील करने के एक दिन बाद आई है, और दिल्ली पुलिस ने यहां उनके आवास और पार्टी कार्यालय को कुछ समय के लिए बंद कर दिया था। गांधी ने इन कार्यों को "डराने का प्रयास" करार दिया।
कांग्रेस नेता ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, "हम भयभीत नहीं होंगे। हम नरेंद्र मोदी से नहीं डरते, वे जो चाहें कर सकते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।" राहुल गांधी ने कहा कि वो (नरेंद्र मोदी) सोचते हैं कि दबाव डालकर हमें चुप किया जा सकता है। लेकिन हम पर कुछ फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि देश की रक्षा करने, लोकतंत्र की रक्षा करने, देश में भाईचारे को कायम रखने के लिए काम करते रहेंगे।
ईडी द्वारा यंग इंडियन कार्यालय को सील करने के बाद राहुल ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, "मैं देश और लोकतंत्र की रक्षा करने और देश में सद्भाव बनाए रखने के लिए काम करना जारी रखूंगा। वो जो भी करना चाहें, कर सकते हैं, मैं अपना काम करता रहूंगा।"
बैरिकेडिंग के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा, ''सच्चाई को बैरिकेड नहीं किया जा सकता"। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी विरोध करना जारी रखेगी।
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक बार फिर कहा कि मोदी-शाह लोकतंत्र के खिलाफ काम कर रहे हैं। राहुल ने कहा कि वह लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह देश की रक्षा और समाज में सौहार्द कायम रखने का काम करते रहेंगे। इसी के साथ उन्होंने यह कहते हुए चुनौती दी कि सरकार को जो करना है, कर ले।
दरअसल, ईडी ने बुधवार को दिल्ली में हेराल्ड हाउस की इमारत में यंग इंडियन के कार्यालय को सील कर दिया था। इसके पीछे वजह बताई गई थी कि तलाशी के दौरान कार्यालय में कोई भी उपलब्ध नहीं था, इसलिए वे तलाशी पूरी नहीं कर पाए। आदेश में कहा गया है कि एजेंसी से बिना पूर्व अनुमति के परिसर नहीं खोला जाएगा। इसके बाद से कांग्रेस इस कार्रवाई पर भड़की हुई है।
दफ्तर को सील किए जाने के बाद से कांग्रेस, भाजपा सरकार पर हमलावर है। ईडी की इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस की ओर से एक ट्वीट में कहा गया था कि याचना नहीं अब रण होगा। इस पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि याचना नहीं रण होगा। पहले कहते थे कि सत्याग्रह होगा और अब रण की बात कर रहे हैं। आखिर ये लोग क्या चाहते हैं। पात्रा ने कहा किभ्रष्टाचारियों से न रण होगा और न रन होगा। अंग्रेजी में रन का अर्थ भागना होता है और हम इस मसले पर कांग्रेस को भागने नहीं देंगे।