मध्य प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन को लेकर चल रही चर्चाओं को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने खारिज कर दिया है। बसपा ने सारी अटकलों को अफवाह करार देते हुए कहा की यहां गठबंधन को लेकर फिलहाल कांग्रेस से कोई चर्चा नहीं चल रही है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बसपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद अहिरवार ने कहा कि पार्टी राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
अहिरवार कहा कि मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस नेता शायद ऐसी चर्चा कर रहे हैं कि बीएसपी के साथ गठबंधन की बात चल रही है। वह साफ करना चाहते हैं कि न तो राज्य स्तर पर और उनका मानना है कि न ही राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह की चर्चा की जा रही है। उन्हें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से भी किसी तरह के निर्देश नहीं मिले हैं।
इस बीच, राज्य कांग्रेस ने दावा किया है कि उसने कभी नहीं कहा कि बीएसपी के साथ गठबंधन वार्ता चल रही है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख माणक अग्रवाल ने कहा, "हमने कभी भी किसी पार्टी का नाम नहीं लिया। कांग्रेस ने केवल यही कहा कि हम समान विचारधारा के साथ राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन करने की कोशिश करेंगे। हमने बीएसपी के नाम का कभी भी उल्लेख नहीं किया। यह चुनाव के दौरान स्थिति पर निर्भर करेगा।"
बता दें कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव इस साल नवंबर-दिसंबर में होने की संभावना है।
2013 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस और बीएसपी ने बीजेपी के 44.88 प्रतिशत के मुकाबले 36.38 प्रतिशत और 6.2 9 प्रतिशत मत हासिल किए थे। बीजेपी ने 165 सीटें जीतीं, कांग्रेस 58, बीएसपी चार जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने 230 सदस्यीय विधानसभा में तीन सीटें जीतीं।
2008 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस और बीएसपी क्रमशः 32.85 और 8.9 7 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए, जो भाजपा के 37.64 प्रतिशत वोटों की हिस्सेदारी से सामूहिक रूप से चार प्रतिशत अधिक था।