Advertisement

संगम किनारे सपा-बसपा पर गरजे मोदी, किया यूपी मिशन का आगाज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इलाहाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए चुनावी बिगुल फूंक कर भाजपा के यूपी मिशन की शुरुआत कर दी। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने राज्य की समाजवादी पार्टी की सरकार पर जातिवाद, सांप्रदायिकता, भाई-भतीजावाद और गुंडागर्दी को बढ़ावा देने और मायावती की पार्टी बसपा पर सत्ता में रहने के दौरान भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया।
संगम किनारे सपा-बसपा पर गरजे मोदी, किया यूपी मिशन का आगाज

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी की दो दिवसीय बैठक की समाप्ति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इलाहाबाद में एक रैली को संबोधित किया। अपने संबोधन में मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर राजनैतिक हमले किए। उन्होंने कहा, मायावती सरकार में मुलायम सिंह भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे, लेकिन पांच साल होने वाले हैं लेकिन अब तक कुछ नहीं किया। ऐसा ही मायावती कर रही हैं, रोज आरोप लगा रही हैं, लेकिन जब सत्ता में आएंगी तो कुछ नहीं करेंगी। मोदी ने कहा, जब तक उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा की पांच-पांच साल लूट करने की ठेकेदारी बंद नहीं होगी यूपी का भला नहीं होगा। भाजपा को एक बार सेवा का अवसर देने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, अगर हमने निजी स्वार्थ के लिए जनता का नुकसान किया तो हमें लात मारकर निकाल देना। यूपी को गुंडागर्दी, भाई-भतीजावाद से बचाना है। जो काम पिछले 50 सालों में नहीं हुआ वह पांच सालों में करने की कोशिश करूंगा। मोदी ने दावा किया, जहां भी भाजपा की सरकार बनती है वहां विकास का काम दिखने लगता है। मोदी ने दावा किया, यूपी में कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह की सरकार को यूपी वाले अच्छा समय बताते हैं।

मोदी ने हेलीकॉप्टर, विमान, बंदूक खरीद और रसोई गैस सब्सिडी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पर भी परोक्ष प्रहार किया। हालांकि अपने भाषण में उन्होंने ज्यादा समय समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा और प्रदेश के लोगों से भाजपा को सेवा का मौका देने की अपील की। अपने भाषण में पीएम ने कहा कि गुंडागर्दी से यूपी परेशान है, परिवारवाद, जातिवाद और संप्रदायवाद से यूपी परेशान है। उन्होंने कहा, जब ये सब हटेगा तभी विकास होगा। यहां नए यज्ञ की शुरुआत होनी चाहिए। यज्ञ के लिए आहुति देनी होती है। पीएम ने कहा, विकास के यज्ञ को सफल करने के लिए अहंकार, जातिवाद, संप्रदायवाद की आहुति देनी होगी। पीएम ने अपने भाषण में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम की भूमि प्रयाग की महानता का भी जिक्र किया और कहा कि यह विकास की नई शुरूआत का प्रतीक बनेगी। मोदी ने कहा, जब-जब देश में संकट नजर आया है तब-तब यूपी आगे आया है। उन्होंने कहा, दुनिया में भारत की जो भी चर्चा हो रही है वह यहां के वोटरों की वजह से हो रहा है।

अपनी सरकार की उपलब्धियां बताते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के इतने साल बाद भी देश के 18 हजार गांवों में बिजली नहीं पहुंची थी, मैंने 1000 दिन में बिजली पहुंचाने का संकल्प लिया। 1529 गांव में से 1352 में बिजली आ गई। यूपी में केवल 177 गांव बाकी हैं जहां बिजली पहुंचाने का काम तेजगति से चल रहा है। उन्होंने कहा, हमने सबसे सस्ती प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा योजना लागू की है। सबसे सस्ती बीमा योजना भी हमारी सरकार ने दी है। इससे पहले इलाहाबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपने आचरण में संयम और सहानुभूति समेत सात मंत्र का अनुसरण करने को कहा। अपने संबोधन में मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि लोग केवल नारों से संतुष्ट नहीं होते बल्कि यह देखते हैं कि देश किस तरह मजबूत हो रहा है। बैठक में समापण भाषण देते हुए मोदी ने किसी भी विवादास्पद मुद्दे का उल्लेख नहीं किया और नेताओं से कहा कि वे सत्ता का उपयोग समाज के फायदे के लिए करें।

हालांकि बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील माने जाने वाले पश्चिमी उत्तरप्रदेश से हिन्दुओं के पालयन पर चिंता व्यक्त की थी। अपने संबोधन में पीएम ने मराठा शासक शिवाजी का जिक्र करते हुए कहा कि वे शासक होते हुए भी सत्ता का स्वाद नहीं चख पाए। उन्होंने परोक्ष रूप से कांग्रेस और गांधी परिवार पर चुटकी लेते हुए कहा कि देश ने हालांकि ऐसा भी देखा है कि वैध रूप से हकदार नहीं होते हुए भी लोगों ने सत्ता का स्वाद चखा। मोदी ने असम में पार्टी की जीत और केरल एवं पश्चिम बंगाल में विस्तार का जिक्र करते हुए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सजग किया। उन्होंने कहा, हमें सत्ता में होने से प्रभावित नहीं होना चाहिए बल्कि यह सोचना चाहिए कि समाज के फायदे के लिए इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है।

 

Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad