बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) को ‘एक ही सिक्के के दो पहलू’ करार देते हुए रविवार को कहा कि भाजपा और अन्य ‘जातिवादी पार्टियों’ को सिर्फ बसपा ही पराजित कर सकती है।
मायावती ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश सहित पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों की बैठक में विभिन्न स्तर पर पार्टी संगठन के कार्यकलापों व तैयारियों, कैडर के आधार पर जनाधार को सर्वसमाज में बढ़ाने के अलावा पार्टी को हर स्तर पर मजबूत बनाने के लिए दिए गए पिछले दिशा-निर्देशों की राज्यवार गहन समीक्षा की।
उन्होंने हाल ही में उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में बसपा के मैदान में नहीं उतरने बावजूद हुई सपा की पराजय का जिक्र करते हुए कहा, ”अब इसके लिए सपा किसको जिम्मेदार ठहराएगी क्योंकि पिछले उपचनुाव में पार्टी की हार के लिए सपा ने बसपा को जिम्मेदार ठहराने का मिथ्या प्रचार किया था।”
मायावती ने कहा, ”कुल मिलाकर, सपा और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और भाजपा व अन्य जातिवादी पार्टियों को केवल अम्बेडकरवादी नीति व सिद्धान्त वाली बसपा ही पराजित कर सकती है। यह बात पूरे देश के सर्वसमाज के लोगों को जरूर समझना चाहिये।”
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ख़ासकर ’बहुजन समाज’ के करोड़ों लोगों के समुचित एवं समग्र विकास के बिना यूपी ही नहीं बल्कि देश भी सही से तरक्की नहीं कर सकता है। इसीलिए सरकार को राजनीतिक, साम्प्रदायिक द्वेष व पक्षपात आदि से ऊपर उठकर पूरे संवैधानिक दायित्व के साथ जनहित व जनकल्याण के लिए कार्य करना होगा।
मायावती ने कहा कि आगामी 15 मार्च को बसपा के संस्थापक कांशीराम की जयंती के मौके पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में केवल मेरठ मण्डल के पार्टी के सभी लोग नोएडा में स्थापित ‘राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल’ में कांशीराम को श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे। साथ ही पार्टी तथा बहुजन आंदोलन को आगे बढ़ाने का पुनः संकल्प लेंगे।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा लखनऊ मण्डल, कानपुर मण्डल और अयोध्या मण्डल के पार्टी के छोटे-बड़े सभी लोग राजधानी लखनऊ में माननीया बहनजी की सरकार द्वारा स्थापित किए गए विशाल एवं भव्य ’मान्यवर श्री कांशीराम जी स्मारक स्थल’ पर पहुँचकर कांशीराम को अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे।
प्रदेश के बाकी सभी 14 मण्डलों में बसपा के कार्यकर्ता अपने-अपने जिले या मण्डल में विचार-संगोष्ठी आयोजित करेंगे।
मायावती ने बैठक में समीक्षा के दौरान उल्लेखित कमियों को दूर करके आगे के पार्टी कार्यक्रमों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिये।