बिहार के मुख्मयंत्री नीतीश कुमार के ‘महागठबंधन’ और ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौटने के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को कहा कि सत्ता के लिए ‘‘अवसरवादिता’’ अपने चरम पर है।
जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि बिहार में ‘महागठबंधन’ और ‘इंडिया’ गठबंधन में उनके लिए ‘‘चीजें ठीक नहीं चल रही थीं’’।
कुमार ने ‘महागठबंधन’ और ‘इंडिया’ से संबंध विच्छेद करने के बाद भाजपा के साथ मिलकर राज्य में नयी सरकार बनाई और रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह एक दशक से भी कम समय में पांचवीं बार है जब कुमार ने पाला बदला है। इसे आगामी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
कुमार के इस कदम के बारे में सवाल किए जाने पर दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अवसरवादिता अपने चरम पर है और यह (अवसरवाद) सत्ता के लिए है। सभी अवसरवादी हैं, चाहे वह (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी जी हों, (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह जी हों या नीतीश जी हों।’’
राज्यसभा सदस्य ने आरोप लगाया कि उनका धार्मिक या राजनीतिक विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें केवल ‘‘कुर्सी ’’ की परवाह है।
सिंह ने कहा, ‘‘पहले बयान दिए गए थे कि भाजपा नीतीश कुमार के साथ गठबंधन नहीं करेगी। दूसरी ओर, नीतीश कुमार ने भी कहा था कि वह भाजपा के साथ आखिरी सांस तक समझौता नहीं करेंगे। मुझे बताइये, राजनीति किस दिशा में जा रही है?’’