एके एंटनी ने कहा, 'मेरे कार्यकाल में केवल एक बार ऐसी घटना हुई है, लेकिन इस सरकार के तीन साल के कार्यकाल में ऐसी घटना तीन बार हो चुकी है। भारतीय सैनिकों के खिलाफ हुई बर्बर कार्रवाई का जवाब देने के लिए सेना को खुली छूट देनी चाहिए।'
उन्होंने कहा कि पाक की ऐसी हरकत से भारतीय सेना का आत्मबल कमजोर हो चुका है। इसलिए सेना की गरिमा को बनाए रखने के लिए सरकार को सभी प्रयास करने चाहिए। एंटनी ने कहा कि वह मसले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते।
इधर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान के संबंध में उसकी कोई नीति नहीं है। उन्होंने कहा, 'यूपीए सरकार के दौरान तो एक महिला सांसद ने कहा था कि वे मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजना चाहती हैं। वह सांसद अब मंत्री बन गई हैं, क्या वे अब नरेंद्र मोदी को चूड़ियां भेजेंगी?' 2013 में इसी तरह की एक घटना के बाद इंदौर की एक जनसभा में भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने कहा था कि मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजनी चाहिए।
कपिल सिब्बल ने कहा पीएम मोदी आईएसआई को पठानकोट में बुलाते हैं। किसी का जन्मदिन मनाने पाकिस्तान चले जाते हैं, जबकि वह देश भारत से घृणा ही करता है। प्रधानमंत्री को यह बात समझ लेनी चाहिए कि पाकिस्तान से उन्हें कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए और उनके गले लगने या साथ जन्मदिन मनाने की जरूरत नहीं है।'