पश्चिम बंगाल में भाजपा की अंदरूनी कलह तेज हो रही है। पार्टी का एक वर्ग प्रदेश नेतृत्व की लगातार आलोचना कर रहा है। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने सोमवार को पार्टी के सांसद अर्जुन सिंह के तृणमूल कांग्रेस में लौटने के एक दिन बाद आत्मनिरीक्षण करने का आह्वान किया। बता दें कि पश्चिम बंगाल में भगवा खेमे को एक और झटका देते हुए अर्जुन सिंह रविवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में फिर से शामिल हो गए और इसे अपनी 'घर वापसी' बताया।
हाजरा ने ट्वीट किया, "अगर कोई पार्टी छोड़ता है, और आप कहते रहते हैं कि इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, यह सही तरीका नहीं है। हमें यह स्वीकार करना होगा कि इसका असर होगा, और आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि लोग (भाजपा) क्यों छोड़ रहे हैं।" अपने फेसबुक पोस्ट में भाजपा नेता ने दावा किया है कि अर्जुन सिंह एक कुशल संगठक थे, उनके पार्टी छोडक़र जाने से बड़ा नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी को नुकसान को स्वीकार करना होगा। जिन लोगों ने अपने हितों के लिए पार्टी छोडऩे का फैसला किया है, उन्हें पार्टी परिवर्तन को महत्व नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी को नुकसान हुआ है, तो उससे मानना होगा और इसका विश्लेषण करने की जरूरत है।
हाजरा ने कहा कि ऐसे समय में जब पार्टी को नगर निगम का चुनाव जीतने में कठिनाई हो रही है, तब एक बड़े पद पर बैठा व्यक्ति पार्टी छोड़ता है तो वस्तुत: उसका प्रतिकूल प्रभाव होगा। उन्होंने बाद में एक समाचार चैनल से कहा, "हमें वास्तविकता को स्वीकार करना चाहिए; इसकी अवहेलना करने से कोई उद्देश्य नहीं होगा। यह दृष्टिकोण कि 'सब ठीक है' सही नहीं है।"
राज्य भाजपा इकाई ने अभी तक हाजरा की टिप्पणी का जवाब नहीं दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय सहित पांच विधायकों के तृणमूल कांग्रेस में आने के बाद पिछले साल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पश्चिम बंगाल में भगवा पार्टी को कई तरह से हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी में शामिल हुए राजीव बनर्जी और सब्यसाची दत्ता जैसे टीएमसी के कई वरिष्ठ नेता भी ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी में लौट आए हैं।