अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कई परियोजनाओं का शुभारंभ करने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने देशवासियों से कहा कि आप सैनिकों को उस समय भी याद रखें जब सीमा पर गोलियों और गोलाबारी की आवाजें नहीं सुनाई दे रही हों। उन्होंने कहा, जब मैं टीवी पर देखता हूं, समाचारपत्रों में पढ़ता हूं और कुछ स्थानीय लोग यह बताते हैं कि काशी में छोटी दिवाली मनाई गई। जब सेना ने 29 सितंबर को पराक्रम दिखाया तब पूरी काशी ने उत्सव मनाया। प्रधानमंत्री ने कहा, आपके सांसद होने के नाते आपने जिस तरह से सशस्त्र सेनाओं के पराक्रम को श्रद्धांजलि दी और उनके प्रति समर्थन व्यक्त किया, इसके लिए मैं गर्व महसूस करता हूं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सशस्त्र बलों को यह संदेश देने में सफल रहा है कि पूरे देश के सवा सौ करोड़ लोग उनके साथ हैं। उन्होंने देशवासियों से सुरक्षा बलों को दिवाली के शुभकामना संदेश भेजने को कहा। सुरक्षा बलों को शुभकामनाएं एक ऐप्प के जरिये भेजी जा सकती हे जिसे 1922 पर मिस्ड कॉल करके डाउनलोड किया जा सकता है।
विशाल रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, सुरक्षा बलों को हमेशा यह महसूस होना चाहिए कि हम उनके बारे में कितना गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि देश को उनके पराक्रम और साहस की हमेशा सराहना करनी चाहिए। अपनी सरकार की पहल का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, हमारी सरकार ऐसी नहीं है जो सिर्फ शिलान्यास का काम करने के बाद रूक जाए। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि योजनाएं पूरी हों। उन्होंने कहा कि योजनाएं समाचारपत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कराने के लिए नहीं हैं बल्कि इनका वास्तविक मकसद ठीक ढंग से इन्हें लागू करके लोगों के जीवन में बदलाव लाना है। प्रधानमंत्री ने वाराणसी में एक गैस पाइपलाइन और बिजली समेत सात परियोजनाओं का शिलान्यास किया जिस पर 5000 करोड़ रूपये की लागत आएगी।