केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि जीएसटी दरों में कटौती से न केवल आम लोगों को फायदा होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि केंद्र में उसके शासनकाल के दौरान कर का ‘‘भारी बोझ’’ था।
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद का अहितकर और विलासिता की वस्तुओं की श्रेणी को छोड़कर सभी उत्पादों को 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की श्रेणी में लाने तथा कई आवश्यक वस्तुओं पर कर को शून्य करने का निर्णय 22 सितंबर को नवरात्रि के पहले दिन से लागू होगा।
भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वैष्णव ने कहा, ‘‘आगामी 22 तारीख, नवरात्रि का पहला दिन, हम सभी के लिए, सभी मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए और इस देश के 140 करोड़ नागरिकों के लिए एक नयी खुशी लेकर आएगा।’’ उन्होंने कहा कि जीएसटी सुधार देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का काम करेंगे।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, ‘‘इस सुधार से देश के 140 करोड़ लोगों के जीवन में बड़ी राहत आई है। 2014 से पहले (कांग्रेस के शासन के दौरान) हर वस्तु पर लगने वाले विभिन्न प्रकार के करों के जाल के कारण आम लोगों पर भारी बोझ था।’’
वैष्णव ने कहा कि नवीनतम जीएसटी सुधार और पहले घोषित 12 लाख रुपये तक की आयकर छूट देश में मध्यम वर्गीय परिवारों सहित आम लोगों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
भाजपा नेता ने कहा कि सरकार लगभग डेढ़ साल से जीएसटी सुधारों पर काम कर रही थी और प्रधानमंत्री लगातार इस पर नजर रख रहे थे और हर कदम पर ‘‘मार्गदर्शन’’ दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिया गया यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से देश को एक नया आश्वासन दिया था। उन्होंने इस घोषणा के साथ उस संकल्प को वास्तविकता में बदल दिया है।’’